दक्षिण पूर्व एशिया का देश लाओस (आधिकारिक नाम लाओ पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिपब्लिक) ने भारतीय संस्कृति और धार्मिकता के प्रति अपनी श्रद्धा को प्रकट करते हुए अयोध्या में स्थापित श्री रामलला की प्रतिमा को दर्शाने वाला एक विशेष डाक टिकट जारी किया है।
विदेशों में भी अयोध्या के राम मंदिर की धूम : इस देश ने जारी किया रामलला का डाक टिकट, महात्मा बुद्ध का भी स्टैंप रिलीज
Jul 27, 2024 19:31
Jul 27, 2024 19:31
- लाओस में रामलला का डाक टिकट जारी
- महात्मा बुद्ध का भी स्टैंप रिलीज
- लाओस दौरे पर हैं विदेश मंत्री
लाओस में भी रामायण का महत्व
डॉ. जयशंकर ने इस मौके पर बताया कि यह टिकट सेट भारत और लाओस के सांस्कृतिक जुड़ाव और साझेदारी का प्रतीक है। उन्होंने ट्वीट किया कि इस पहल का शीर्षक ‘लाओ पीडीआर और भारत की साझा सांस्कृतिक विरासत का महोत्सव’ है। उन्होंने बौद्ध धर्म और रामायण के माध्यम से भारत और लाओस के बीच के ऐतिहासिक संबंधों को उजागर किया, जो सदियों से दोनों देशों के बीच एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक पुल का काम कर रहे हैं। लाओस में भगवान राम की कहानी, जिसे रामकियेन या फ्रा लाक फ्रा राम कहा जाता है, वहां की सांस्कृतिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
साइबर स्कैम सेंटरों पर व्यक्त की चिंता
इसके साथ ही, डॉ. जयशंकर ने लाओस के प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान साइबर स्कैम सेंटरों के माध्यम से भारतीय नागरिकों की तस्करी के मुद्दे को भी उठाया। उन्होंने लाओस सरकार के साथ इस मुद्दे पर सहयोग की सराहना की और कंबोडिया और थाईलैंड के विदेश मंत्रियों के साथ भी इस पर चर्चा की। इस दौरे के दौरान जयशंकर आसियान-भारत मंत्रीस्तरीय सम्मेलन, पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन, और आसियान क्षेत्रीय मंच की बैठक में भाग लेने के लिए वियनतिएन में हैं।
A good meeting with DPM and FM Saleumxay Kommasith of Lao PDR. Thanked him for the warm hospitality.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 27, 2024
Witnessed exchange of MoUs on 10 Quick Impact Projects (QIPs) for Laos under Mekong Ganga Cooperation and cooperation in sharing successful Digital Solutions.
Launched a… pic.twitter.com/XB02tPpJ80
लाओस दौरे पर हैं विदेश मंत्री
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों के साथ भारत के संबंधों को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से वियनतिएन, लाओस का दौरा किया है। 25 से 27 जुलाई तक लाओस में रहकर, जयशंकर आसियान-भारत, पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (ईएएस) और आसियान क्षेत्रीय मंच (एआरएफ) के विदेश मंत्रियों की बैठकों में भाग लेंगे। यह यात्रा भारत की एक्ट ईस्ट नीति के एक दशक की उपलब्धियों को मनाने और आसियान-भारत व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जयशंकर लाओस के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री सलीमक्से कोमासिथ के निमंत्रण पर यहाँ हैं और अन्य देशों के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय चर्चा करने की भी उम्मीद है।
भारत में भी जारी हुआ था टिकट
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर एक स्मारक डाक टिकट जारी किया था, जो रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले की एक महत्वपूर्ण पहल थी। प्रधानमंत्री ने कुल 6 विशेष डाक टिकट जारी किए थे, जिनमें राम मंदिर, भगवान गणेश, हनुमान, जटायु, केवटराज और मां शबरी की छवियाँ शामिल थीं। इन टिकटों पर राम मंदिर, चौपाई 'मंगल भवन अमंगल हारी', सूर्य, सरयू नदी, और मंदिर परिसर की मूर्तियों की आकृतियाँ उकेरी गई थीं।
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