AI के दौर में 9 से 5 वाली नौकरी का जमाना गया : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर LinkedIn को-फाउंडर के बेबाक बोल

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर LinkedIn को-फाउंडर के बेबाक बोल
UPT | LinkedIn के को-फाउंडर रीड हॉफमैन

Jul 27, 2024 17:32

9 से 5 वाली नौकरी को लंबे समय से एक स्थिर और आदर्श कार्य व्यवस्था माना जाता है। यह नौकरी समय की दृष्टि से भी सुविधाजनक मानी जाती है, जिसमें कर्मचारी एक निर्धारित समय पर कार्यालय...

Jul 27, 2024 17:32

New Delhi News :  9 से 5 वाली नौकरी को लंबे समय से एक स्थिर और आदर्श कार्य व्यवस्था माना जाता है। यह नौकरी समय की दृष्टि से भी सुविधाजनक मानी जाती है, जिसमें कर्मचारी एक निर्धारित समय पर कार्यालय पहुंचते हैं और एक निश्चित समय पर घर लौटते हैं। इस कार्य समय व्यवस्था को लेकर हाल ही में एक महत्वपूर्ण भविष्यवाणी की गई है, जो इंटरनेट पर खूब वायरल हो रही है। दरअसल लिंक्डइन के को-फाउंडर रीड हॉफमैन ने हाल ही में एक वीडियो शेयर किया है। जिसमें उन्होंने बताया कि है कि 2034 तक 9 से 5 वाली नौकरी प्रणाली समाप्त हो सकती है। हॉफमैन का कहना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आज के कार्यबल में व्यापक बदलाव ला रहा है और पारंपरिक नौकरी व्यवस्था को चुनौती दे रहा है।


आने वाले दिनों में कॉन्ट्रैक्ट पर होगा काम
लिंक्डइन के सह-संस्थापक रीड हॉफमैन का कहना है कि भविष्य में पारंपरिक नौकरियों की अपेक्षा गिग इकॉनमी का महत्व बढ़ेगा। इसके अनुसार लोगों को स्थायी नौकरियों के बजाय अनुबंध के आधार पर काम करना होगा। गिग इकॉनमी का तात्पर्य उस कामकाजी संरचना से है जहाँ व्यक्ति विभिन्न कंपनियों के साथ विभिन्न परियोजनाओं या अनुबंधों के तहत काम करते हैं। अधिक पारंपरिक पदों की तुलना में इस तरह से नौकरी की सुरक्षा कम हो सकती है। भले ही यह आपको अधिक लचीलापन और अधिक विकल्प प्रदान करता हो।

पहले भी की कई भविष्यवाणी
कुछ दशकों पहले की बात है जब एंटरप्रेन्योर और एन्जल इन्वेस्टर नील तापारिया ने एक महत्वपूर्ण वीडियो साझा किया था। जिसमें उन्होंने जेन हॉफमैन की भविष्यवाणियों के बारे में बताया। हॉफमैन ने 1997 में सोशल मीडिया, शेयरिंग इकॉनमी, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की क्रांति की भविष्यवाणी की थी। तापारिया ने अपने पोस्ट में बताया कि हॉफमैन ने तब की भविष्यवाणियों में सही साबित होने वाली कई चीज़ों की कल्पना की थी। खासकर, उन्होंने एआई के विकास की गति को लेकर जो चिंताओं का इज़हार किया था, वह आज के समय में स्पष्ट रूप से देखी जा सकती हैं। चैटजीपीटी जैसे एआई टूल्स के बाजार में आने के कुछ ही दिनों के भीतर दुनिया भर में लाखों नौकरियां अप्रासंगिक हो गईं और कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को एआई तकनीकों के साथ काम करने के लिए प्रशिक्षित करना शुरू कर दिया।
 
तापारिया ने पोस्ट कर लिखा
तापारिया ने एक्स पर वीडियो साझा करते हुए लिखा, "हॉफमैन की पिछली भविष्यवाणियां डरावनी हैं: उन्होंने सोशल नेटवर्क दुनिया को बदलने और चैटजीपीटी जैसी एआई क्रांति की भविष्यवाणी की थी।" तापारिया के इस वीडियो के माध्यम से हॉफमैन की भविष्यवाणियों की सटीकता और तकनीकी प्रगति की दिशा पर प्रकाश डाला गया है, जो आज के तेजी से बदलते डिजिटल युग में और भी महत्वपूर्ण हो गया है।

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