लोकसभा में संविधान के 75 साल की यात्रा पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने वीर सावरकर और भाजपा पर तीखा हमला किया था...
सपा का सावरकर के समर्थन में बयान : राहुल गांधी को दी नसीहत, नेता प्रतिपक्ष ने भाजपा पर किया था तीखा हमला
Dec 15, 2024 13:17
Dec 15, 2024 13:17
भाजपा पर साधा निशाना
शनिवार को लोकसभा में राहुल गांधी ने भाजपा और सावरकर पर निशाना साधते हुए संविधान और मनुस्मृति की प्रतियां लहराईं। उन्होंने सवाल उठाया कि भाजपा के नेताओं ने संविधान के बजाय मनुस्मृति से देश चलाने की वकालत की थी। इसके बाद सपा नेता ने राहुल गांधी को सावरकर पर टिप्पणी करने से पहले खुद को समझने की सलाह दी। आईपी सिंह ने कहा कि केवल कोई बेहद समझदार और बुद्धिमान व्यक्ति ही वीर सावरकर के बारे में अपशब्द बोल सकता है। वह जेल में करीब 9-10 साल रहे जहां से बचकर आने वाले 2 फीसदी से भी कम लोग जीवित लौटे। आजकल के राजनेता खुद को शहीद बताने के लिए दो-चार मुकदमे और कुछ महीनों की जेल का दावा करते हैं।
श्रीकांत शिंदे ने राहुल पर किया तीखा हमला
सपा नेता ने आगे कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के बारे में इंदिरा गांधी ने कहा था कि वह भारत के एक महान सपूत थे। स्वतंत्रता संग्राम के लिए उन्होंने सब कुछ न्योछावर कर दिया था। किसी भी स्वतंत्रता सेनानी के बारे में गलत शब्द बोलने से पहले 100 बार सोचना चाहिए। मैं सभी से अपील करता हूं कि वे पोर्टब्लेयर जाकर सावरकर की जेल देखें जहां उन्होंने अपनी जवानी बिताई थी। इसके अलावा श्रीकांत शिंदे ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि सावरकर के बारे में गालियां देते रहते हैं। शिंदे ने यह भी बताया कि राहुल गांधी को यह नहीं पता था कि इंदिरा गांधी सावरकर के बारे में क्या सोचती थीं, लेकिन जब उन्हें यह जानकारी मिली तो वह चुप हो गए।
यह बोले राहुल गांधी
हालांकि श्रीकांत शिंदे को जवाब देने के लिए राहुल गांधी खुद खड़े हुए। उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि 'भारत के संविधान के बारे में सबसे बुरी बात तो यह है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है। ये बात आपके नेता सावरकर ने कही थी जिसकी आप पूजा करते हैं। सावरकर पर इंदिरा गांधी की राय- इंदिरा गांधी जी ने मुझे बताया कि सावरकर ने अंग्रेजों से समझौता कर लिया। सावरकर ने अंग्रेजों को चिट्ठी लिखकर माफी मांग इंदिरा जी ने ये भी कहा कि गांधी जी जेल गए, नेहरू जी जेल गए और सावरकर ने माफी मांग ली।
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