केंद्रीय नगर विकास और लोक निर्माण मंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण समरस समाज के हिमायती थे। उनके विचार आज...
News Delhi : केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहा- जयप्रकाश के विचार आज भी प्रासंगिक, सरकार की तानाशाही के खिलाफ जेल गए
Oct 11, 2024 19:58
Oct 11, 2024 19:58
- जयप्रकाश की 122 वीं जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे केंद्रीय मंत्री
- देश के महान नेता होते हुए भी कभी किसी विधानसभा या लोकसभा में नहीं गए : सिन्हा
सरकार को घुटने टेकने पड़े और सत्ता गंवानी पड़ी : सिन्हा
उन्होंने कहा कि जेपी ने जीवनभर समाज की खुशहाली के लिए काम किया। 1975 में जब लोगों की अभिव्यक्ति की आजादी पर रोक लगी तो जेपी 73 वर्ष की आयु में भी युवा जोश के हुंकार के साथ उठ खड़े हुए और तब की तानाशाही सरकार को उखाड़ कर ही दम लिया। इससे पूर्व राष्ट्रीय संगत पंगत के संस्थापक अध्यक्ष, पूर्व सांसद डॉ.आर के सिन्हा ने कहा कि देश के महान नेता होते हुए भी कभी किसी विधानसभा या लोकसभा में नहीं गए। लेकिन राजनीति में उनका कद इतना बड़ा था कि जब इंदिरा गांधी ने देश में इमरजेंसी लगाई तो पूरे देश को एकजुट करके ऐसा माहौल तैयार किया कि सरकार को घुटने टेकने पड़े और सत्ता गंवानी पड़ी।
"लोगों की सेवा की भावना है, पद की लालसा नहीं"
डॉ सिन्हा ने कहा कि राजनीति में जेपी जिस पद पर जाना चाहते, जा सकते थे। लेकिन उन्होंने दिखा दिया कि उनके मन में लोगों की सेवा की भावना है, पद की लालसा नहीं। आर के सिन्हा ने जेपी उद्यान की बदहाली पर चिंता व्यक्त करते हुए इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग की, जिसे मंत्री ने पूरा करने का आश्वासन दिया। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष पद्मश्री राम बहादुर राय ने कहा कि जेपी के 'एक देश, एक चुनाव' की कल्पना को नरेंद्र मोदी की सरकार साकार कर रही है। जेपी जयंती समारोह को लोकनायक जयप्रकाश अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन विकास केंद्र के राष्ट्रीय महासचिव अभय सिन्हा, राम नगीना सिंह, अनूप श्रीवास्तव, अशोक श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार सुधांशु रंजन समेत कई लोगों ने संबोधित किया।
Also Read
23 Nov 2024 02:00 AM
कम वोटिंग प्रतिशत ने हालांकि सभी दलों की चिंता बढ़ा दी है लेकिन भाजपा की जीती तीनों सीटों पर सबसे कम वोटिंग के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं। गाजियाबाद सदर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में मात्र 33.30 मतदान होने के कारण प्रत्याशी और उनके समर्थकों की धड़कनें बढ़ी हुई हैं। और पढ़ें