महाराष्ट्र कैडर की ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर को अपनी अफसरी दिखाना महंगा पड़ गया है। नियमों के उल्लंघन को लेकर शुरू हुआ विवाद अब पूजा खेडकर के गले की फांस बन चुका है।
IAS पूजा खेडकर पर UPSC ने दर्ज कराई FIR : रद्द हो सकती है उम्मीदवारी, कारण बताओ नोटिस जारी
Jul 19, 2024 15:28
Jul 19, 2024 15:28
- IAS पूजा खेडकर पर FIR दर्ज
- कारण बताओ नोटिस जारी
- रद्द हो सकती है उम्मीदवारी
कारण बताओ नोटिस भी जारी
यूपीएससी ने कहा है कि पूजा खेडकर के खिलाफ विस्तृत जांच कराई गई है। इसमें पता चला है कि उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा 2022 में नियमों का उल्लघंन किया था। उनकी परीक्षा में बैठने की लिमिट पूरी हो गई थी। इसके बाद उन्होंने फर्जी तरीके से अपनी पहचान बदलकर यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा दी। उन्होंने अपने नाम, पिता का नाम, मां का नाम, फोटो और साइन तक बदल डाले. इसके अलावा मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और पता भी बदला। गलत तरीके से नई पहचान बनाने की वजह से उन्हें लिमिट से ज्यादा बार परीक्षा में बैठने का मौका मिला। आयोग ने पूजा को कारण बताओ नोटिस जारी कर कहा कि आपकी उम्मीदवारी क्यों न रद्द की जाए और यूपीएससी की आगाी परिक्षाओं से आपको वंचित क्यों न रखा जाए?
पूजा का ट्रेनिंग प्रोग्राम भी रद्द
उत्तराखंड के मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेशनल एडमिनिस्ट्रेशन एकेडमी (LBSNAA) में यूपीएससी में चयनित हुए लोगों की ट्रेनिंग कराई जाती है। पूजा खेडकर के मामले में LBSNAA ने पूजा खेडकर का महाराष्ट्र से ट्रेनिंग प्रोग्राम रद्द करके एकेडमी ने उन्हें तत्काल वापस बुलाने के लिए लेटर भी जारी किया है। आदेश में लिखा गया है कि 'आपके जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम को स्थगित रखने तथा आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए आपको तुरंत वापस बुलाने का निर्णय लिया है।'
क्यों चर्चा में आई पूजा खेडकर?
दरअसल पूजा खेडकर पर आरोप है कि उसने दृष्टिबाधित और मानसिक रूप से बीमार होने का प्रमाण पत्र जमा करके यूपीएससी परीक्षा में हिस्सा लिया था और उसी आधार पर विशेष रियायतें पाकर वो आईएएस बनी। इन रियायतों के बिना परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर वह आईएएस नहीं बन सकती थी। उसने 6 बार मेडिकल परीक्षण से भी इंकार किया और बाद में बाहरी मेडिकल एजेंसी से फर्जी रिपोर्ट जमा कर दिए। इसके अलावा पूजा खेडकर की उम्र को लेकर भी विवाद है।
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