WhatsApp का नया AI फीचर : चैट मेमोरी रखेगा यूजर्स की बातचीत का रिकॉर्ड, नहीं मिलेगी अब प्राइवेसी!

चैट मेमोरी रखेगा यूजर्स की बातचीत का रिकॉर्ड, नहीं मिलेगी अब प्राइवेसी!
UPT | AI Chat Memory

Oct 21, 2024 17:22

WhatsApp दुनिया का सबसे लोकप्रिय इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म जल्द ही अपने यूजर्स के लिए एक नया फीचर पेश करने की तैयारी कर रहा है लेकिन यह खबर यूजर्स के लिए थोड़ी चिंताजनक...

Oct 21, 2024 17:22

New Delhi News : WhatsApp दुनिया का सबसे लोकप्रिय इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म जल्द ही अपने यूजर्स के लिए एक नया फीचर पेश करने की तैयारी कर रहा है लेकिन यह खबर यूजर्स के लिए थोड़ी चिंताजनक हो सकती है। WhatsApp अब एक ऐसा फीचर ला रहा है जो यूजर्स की चैट को अधिक स्मार्ट और पर्सनलाइज्ड बनाने के लिए उनकी कुछ विशेष जानकारी को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के माध्यम से याद रखेगा।

Meta AI चैटबॉट के लिए नया फीचर
WhatsApp का यह नया फीचर खासतौर पर उन यूजर्स के लिए है, जो Meta AI चैटबॉट का इस्तेमाल करते हैं। इस फीचर का नाम "चैट मेमोरी" रखा गया है। जो यूजर्स को अपनी कुछ महत्वपूर्ण जानकारी AI को याद रखने की सुविधा देगा। उदाहरण के लिए यदि कोई यूजर Meta AI से अपने पसंदीदा रेस्टोरेंट या यात्रा की जानकारी साझा करता है तो यह जानकारी चैटबॉट की मेमोरी में सेव हो जाएगी। इसके बाद चैटबॉट यूजर्स को उनकी पर्सनलाइज्ड पसंद के अनुसार प्रतिक्रियाएं देगा।


क्या नहीं मिलेगी अब प्राइवेसी
नए फीचर के आने से यह सवाल उठता है कि क्या WhatsApp के यूजर्स की प्राइवेसी खतरे में है? फिलहाल, Meta AI यूजर्स की निजी चैट को रिकॉर्ड नहीं करेगा लेकिन जो भी बातचीत Meta AI से की जाएगी। उसका पूरा रिकॉर्ड रखा जाएगा। इसका मतलब है कि Meta AI यूजर्स के साथ की गई बातचीत को भविष्य में पर्सनलाइज्ड सुझाव देने के लिए उपयोग करेगा। हालांकि, यह फीचर उपयोगकर्ताओं की व्यक्तिगत बातचीत पर असर नहीं डालेगा, लेकिन Meta AI के साथ की गई बातचीत के रिकॉर्ड से यूजर्स की प्राइवेसी पर असर पड़ सकता है। यह फीचर खासकर उन यूजर्स के लिए उपयोगी होगा। जो Meta AI को एक पर्सनल असिस्टेंट के रूप में इस्तेमाल करना चाहते हैं। AI के साथ की गई बातचीत को सेव किया जाएगा और यह भविष्य में यूजर्स को उनकी आदतों और जरूरतों के अनुसार प्रतिक्रिया देने में मदद करेगा।

कैसे काम करेगा यह नया फीचर?
WABetaInfo की रिपोर्ट के अनुसार, "चैट मेमोरी" फीचर WhatsApp के Android बीटा वर्जन 2.24.22.9 में देखा गया है। हालांकि, यह अभी बीटा टेस्टर्स के लिए भी उपलब्ध नहीं है और इसे इस्तेमाल करने के लिए Google Beta Programme में साइन अप करने के बावजूद यूजर्स इसे ट्राई नहीं कर सकते। फीचर ट्रैकर ने कुछ स्क्रीनशॉट भी साझा किए हैं। जिनसे यह स्पष्ट होता है कि यह फीचर कैसे काम करेगा। Meta AI की प्रोफाइल पेज पर "What Meta AI remembers about you" नामक एक नया ऑप्शन जोड़ा जाएगा। यहां, यूजर्स अपनी जानकारी देख सकेंगे जो Meta AI द्वारा याद रखी गई होगी। अगर कोई जानकारी सेव की जाती है तो वह यहां पर प्रदर्शित होगी। यूजर्स इस मेन्यू को एक्सेस कर सकते हैं और अपनी जानकारी को Meta AI की प्रोफाइल से हटा सकते हैं।

बेहतर पर्सनलाइजेशन या प्राइवेसी का खतरा?
इस फीचर का मुख्य उद्देश्य यूजर्स के अनुभव को अधिक पर्सनलाइज्ड बनाना है, जिससे चैटबॉट यूजर्स की जरूरतों और प्राथमिकताओं के आधार पर उत्तर दे सके। हालांकि, इसका दूसरा पहलू यह है कि इससे यूजर्स की प्राइवेसी पर असर पड़ सकता है। WhatsApp जैसे प्लेटफॉर्म पर जहां लोग अपनी निजी और संवेदनशील जानकारी साझा करते हैं। वहां AI चैटबॉट के माध्यम से जानकारी सेव करना एक नई चुनौती हो सकती है।

क्या यह फीचर सबके लिए उपलब्ध होगा?
फिलहाल यह फीचर केवल Android बीटा यूजर्स के लिए उपलब्ध है और अभी इसे सभी के लिए रोलआउट नहीं किया गया है। कंपनी की ओर से यह जानकारी नहीं दी गई है कि यह फीचर कब तक सभी यूजर्स के लिए उपलब्ध होगा, लेकिन इस बात की उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इसे व्यापक रूप से लॉन्च किया जाएगा।

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