सीएम योगी ने कहा कि जब तक पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक कदम नहीं उठाए जाएंगे, तब तक इसका इलाज संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के उपचार की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है...
सीएम योगी ने किया सिद्धेश्वरी मंदिर का उद्घाटन : पाकिस्तान को बताया मानवता का कैंसर, एकजुट होने का किया आह्वान
Sep 16, 2024 18:55
Sep 16, 2024 18:55
- सीएम योगी ने त्रिपुरा का किया दौरा
- त्रिपुरा में सिद्धेश्वरी मंदिर का उद्घाटन किया
- धर्म और राष्ट्र के लिए एकजुट रहने का आह्वान किया
एकजुट होकर रहने का किया आह्वान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को त्रिपुरा में मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा के साथ मिलकर सिद्धेश्वरी मंदिर का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि संतों का धरती पर आना और उनके कार्य ईश्वरीय प्रतिनिधित्व का प्रतीक हैं। जब इतनी बड़ी संख्या में संत किसी कार्य में शामिल हो जाते हैं, तो उसका सफल होना सुनिश्चित होता है। सीएम योगी ने धर्म जागरण के अभियान को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि हमें मिलकर काम करना होगा और विधर्मियों को कोई अवसर नहीं देना चाहिए। उन्होंने बांग्लादेश जैसी स्थिति की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए ऐसी शक्तियों को समाप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि देश और धर्म सुरक्षित रह सकें।
मुख्यमंत्री ने त्रिपुरा की सुरक्षा और विकास के संदर्भ में कहा कि संतों और धर्म के सानिध्य में काम करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने यह भी कहा कि त्रिपुरा में शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। सीएम योगी ने आगे कहा कि बांग्लादेश के हालात पर ध्यान देने की आवश्यकता है और धर्म की रक्षा के लिए हमें सजग रहना होगा। इस तरह की सक्रियता और सहयोग से ही देश और धर्म की सुरक्षा संभव है।
त्रिपुरा के राजा की करी प्रशंसा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने त्रिपुरा के राजा की शक्ति और सामर्थ्य की सराहना की, जिसने राज्य को स्वतंत्र और सुरक्षित बनाए रखा। उन्होंने बताया कि राजा ने जनता को एकजुट करके विधर्मियों और विदेशी आक्रांताओं से त्रिपुरा की रक्षा की। सीएम योगी का कहना था कि जो लोग अपनी शक्ति का सही इस्तेमाल करते हैं और अपने दुश्मनों को उसकी महत्ता समझाते हैं, वे हमेशा सुरक्षित रहते हैं। इसके विपरीत, जो अपनी शक्ति खोकर अपने दुश्मनों और मित्रों को सही से नहीं समझते, उन्हें बांग्लादेश जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
कांग्रेस पर साधा निशाना
सीएम योगी ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने पूर्वानुमान लगाया था कि कांग्रेस द्वारा चलाए जा रहे दुष्प्रचार से देश का विभाजन होगा। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उसने हिंदुओं का कत्लेआम कराया और जातियों में विभाजन करके भारतीय संस्कृति को नष्ट किया। सीएम योगी ने बताया कि RSS की भविष्यवाणी सच साबित हुई और कांग्रेस ने अपने स्वार्थ के लिए देश को विभाजित किया। उन्होंने 1905 के बंगभंग आंदोलन का उदाहरण दिया, जिसमें बंगाल ने विरोध करके देश की स्थिति को नियंत्रित किया। सीएम ने कहा कि आरएसएस-विश्व हिंदू परिषद अपनी सेवा का प्रोपेगेंडा और सौदेबाजी नहीं करते।
एक लाख से अधिक एकल विद्यालयों का हो रहा संचालन
सीएम योगी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) केवल भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में विद्याभारती के माध्यम से हजारों शैक्षिक और सेवा परियोजनाओं का संचालन कर रहा है। विश्व हिंदू परिषद भी पूरे देश में एक लाख से अधिक गांवों में एकल विद्यालय चला रहा है। उन्होंने बताया कि 1984 में, श्रीराम वनवासी कल्याण आश्रम ने गोरखपुर में जनजातीय छात्रावास की स्थापना की थी, जिसमें उत्तर पूर्व के बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को वैश्विक ताकत बनाने की दिशा में प्रगति की बात की।
अयोध्या राम मंदिर बनने से पांच सदी की प्रतिक्षा समाप्त
सीएम योगी ने अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण को पांच शताब्दियों की प्रतीक्षा की समाप्ति के रूप में बताया। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को इस मंदिर के निर्माण से असहमति हो सकती है, लेकिन यह भारत की बहुसंख्यक जनता की आस्था का सम्मान है। अयोध्या, मथुरा और काशी को सनातन धर्म के प्रमुख स्तंभों के रूप में मानते हुए सीएम योगी ने कहा कि ये स्थल आगे भी अपनी पवित्रता बनाए रहेंगे। सीएम योगी ने कहा कि सनातन धर्म सर्वे भवन्तु सुखिन: की बात करता है, लेकिन ये तभी संभव है, जब हम सुरक्षित रहेंगे।
दंगाइयों को बुलडोजर, भक्तों को मंदिर
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पूरे देश की एकता और विकास के प्रयासों की सराहना करते हुए, सीएम योगी ने कहा कि त्रिपुरा में सुरक्षित और सौहार्दपूर्ण माहौल का निर्माण हुआ है, जो पिछले सात-आठ वर्षों में संभव नहीं था। उन्होंने कहा कि त्रिपुरा की डबल इंजन सरकार राज्य के समग्र विकास के लिए तीव्र गति से कार्य कर रही है और धार्मिक क्षेत्र में भी प्रगति हो रही है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में दंगाइयों पर सख्ती और राम मंदिर निर्माण की बातें की। सीएम ने कहा कि आज हमने उत्तर प्रदेश में दंगाइयों के लिए बुलडोजर और भक्तों को प्रभु श्रीराम का मंदिर दे दिया है।
सीएम ने बताया धर्म का महत्व
सीएम योगी ने धर्म की रक्षा की महत्वपूर्णता को बताते हुए कहा कि धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः यानी अगर हम अपने धर्म की रक्षा करेंगे, तो धर्म हमारी भी रक्षा करेगा। उन्होंने बताया कि अगर हम स्वार्थ के लिए अपने धर्म का बलिदान करेंगे, तो धर्म भी हमें उसी तरह के परिणाम देगा। 'यतो धर्मस्ततो जयः' का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने सनातन धर्म की शिक्षा के बारे में बताया।
सिद्धेश्वरी मंदिर के उद्घाटन को बताया महत्वपूर्ण क्षण
सिद्धेश्वरी मां के प्राण प्रतिष्ठा और मंदिर के उद्घाटन के अवसर पर, सीएम योगी ने इसे महत्वपूर्ण क्षण बताया। उन्होंने कहा कि पूज्य संत शांतिकाली महाराज ने 1994 में आश्रम की श्रृंखला को आगे बढ़ाया, जिसे चितरंजन महाराज ने निरंतर और दृढ़ता से आगे बढ़ाया। इस कारण, भारत सरकार ने भी उनके योगदान को मान्यता दी। सीएम योगी ने भगवान श्रीकृष्ण के मुरली और सुदर्शन के महत्व को समझाते हुए कहा कि सुरक्षा के लिए सुदर्शन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के एक हाथ में मुरली और दूसरे हाथ में सुदर्शन है। सुरक्षा के लिए केवल मुरली से काम नहीं चलेगा, उसके लिए सुदर्शन आवश्यक है और जब सुदर्शन हाथ में होगा तो फिर किसी शांतिकाली महाराज को बलिदान नहीं देना पड़ेगा।
सीएम योगी ने महायज्ञ में लिया भाग
इस दौरान, सीएम योगी ने महायज्ञ में भाग लिया। उन्होंने नारियल फोड़कर मंदिर का उद्घाटन किया और विधिपूर्वक माता सिद्धेश्वरी की पूजा की। उन्होंने मंदिर परिसर में पौधरोपण भी किया और महायज्ञ में आहुति डाली, लोककल्याण की कामना की। इस कार्यक्रम में सीएम योगी के साथ महाराजा चित्त रंजन देबबर्मा, त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री विप्लब देब, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य, , एनडीए के सहयोगी एवं त्रिपुरा राज परिवार के राजकुमार प्रमोद बिक्रम माणिक्य देब बर्मा, विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय सह मंत्री सचिंद्रनाथ सिन्हा, त्रिपुरा सरकार के मंत्री, विधायक एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया
गौरतलब है कि बरकथल में स्थित यह नया मंदिर, शांति काली आश्रम द्वारा पूर्वोत्तर राज्य में संचालित 24 मंदिरों में से एक है। शांति काली आश्रम के प्रमुख महाराजा चित्त रंजन देबबर्मा ने हिंदू संस्कृति, परंपरा और धर्म की रक्षा के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। उनकी इस सेवा को मान्यता देते हुए उन्हें पिछले वर्ष पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया।
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