प्रयागराज में एसआरएन अस्पताल के डॉक्टर की संदिग्ध मौत : कार में मिला शव, आत्महत्या की आशंका

कार में मिला शव, आत्महत्या की आशंका
UPT | डॉक्टर की मौत के बाद जांच करती पुलिस टीम।

Sep 30, 2024 00:50

डॉक्टर कार्तिकेय श्रीवास्तव एसआरएन में ऑर्थो विभाग में डॉक्टर थे। देर रात उनकी कार अस्पताल की पार्किंग में खड़ी थी। रात में जब घर जाने के लिए अन्य डॉक्टर अपनी कार पार्किंग से निकालने आए तो उन्होंने देखा कि डॉक्टर कार्तिकेय अपनी कार की ड्राइविंग सीट पर मृत पड़े थे।

Sep 30, 2024 00:50

Short Highlights
  • हरिद्वार निवासी डॉ. कार्तिकेय श्रीवास्तव एसआरएन के ऑर्थो विभाग में डॉक्टर थे
  • सहकर्मियों के अनुसार, ऐसा कुछ भी नहीं हुआ, जिससे उन्हें यह कदम उठाना पड़े
Prayagraj News : स्वरुप रानी नेहरु चिकित्सालय (SRN ) के एक डॉक्टर की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। शनिवार रात अस्पताल परिसर में खड़ी अपनी कार में मृत पाए गए। सूचना मिलने पर पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर पूछताछ और छानबीन की।

कार में न्यूवेक इंजेक्शन की खाली बोतल मिली
हरिद्वार निवासी डॉक्टर कार्तिकेय श्रीवास्तव एसआरएन में ऑर्थो विभाग में डॉक्टर थे। देर रात उनकी नीले रंग की कार एसआरएन की पार्किंग में खड़ी थी। रात में जब घर जाने के लिए अन्य डॉक्टर अपनी कार पार्किंग से निकालने आए तो उन्होंने देखा कि डॉक्टर कार्तिकेय अपनी कार की ड्राइविंग सीट पर मृत पड़े थे। तब डॉक्टरों ने इसकी सूचना अस्पताल के अन्य डॉक्टरों को दी और पुलिस को भी सूचना दी गई। डीसीपी सिटी और एसओजी टीम समेत शहर के कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और डॉक्टर के शव को कार से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।


कार की तलाशी लेने पर कार के बगल वाली सीट पर न्यूवेक नामक इंजेक्शन की खाली शीशी और निडिल मिली। जिससे आशंका जताई जा रही है कि डॉक्टर ने खुद ही अपने हाथ में इंजेक्शन लगाया था। हालांकि उनकी मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगा।

प्रथम दृष्टया आत्महत्या : डीसीपी सिटी 
मौके पर पहुंचे डीसीपी सिटी अभिषेक भारती ने बताया कि डॉक्टर का शव उनकी कार से बरामद हुआ है। प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। जांच के बाद ही इसके पीछे की वजह पता चल सकेगी। एसआरएन अस्पताल प्रयागराज मंडल का सबसे बड़ा अस्पताल है। यहां प्रयागराज के अलावा दूसरे शहरों से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं। डॉक्टर कार्तिकेय ऑर्थो विभाग में थे। उनके सहकर्मियों के मुताबिक ऐसा कुछ नहीं हुआ था जिससे वह यह कदम उठाएं। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि डॉक्टर किस बात से परेशान थे या फिर तनाव की क्या वजह थी जिसके चलते उन्होंने आत्महत्या कर ली।

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