लोकसभा चुनाव 2024 : फतेहपुर तपोभूमि पर इस बार किसका राज, साध्वी निरंजन या नरेश उत्तम...

फतेहपुर तपोभूमि पर इस बार किसका राज, साध्वी निरंजन या नरेश उत्तम...
UPT | साध्वी निरंजन ज्योति और नरेश उत्तम पटेल का फाइल फोटो। 

May 18, 2024 18:04

फतेहपुर लोकसभा सीट गंगा और यमुना के बीच बसा हुआ है। इसे ऋषियों की तपोभूमि भी कहा जाता है। इतिहास की मानें तो गुरु द्रोणाचार्य के पुत्र अश्वस्थामा ने महाभारत काल में ब्रह्मास्त्र पाने के लिए ...

May 18, 2024 18:04

Fatehpur News : फतेहपुर लोकसभा सीट गंगा और यमुना के बीच बसा हुआ है। इसे ऋषियों की तपोभूमि भी कहा जाता है। इतिहास की मानें तो गुरु द्रोणाचार्य के पुत्र अश्वस्थामा ने महाभारत काल में ब्रह्मास्त्र पाने के लिए यहीं आकर तपस्या की थी। ठीक उसी प्रकार यहां की जनता ने भी समय-समय पर उम्मीदों पर खरा न उतारने वाले नेताओं को सत्ता से बेदखल करती आई है। यहां कभी कांग्रेस, बीजेपी, बसपा, सपा और लोक दल के नेता अपनी किस्मत आजमाते रहे हैं। वर्तमान में यहां की सत्ता पर भाजपा की सांसद व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति काबिज हैं।

फतेहपुर का राजनीतिक इतिहास
फतेहपुर में साल 1957 में पहली बार लोकसभा के चुनाव हुए थे। उस समय कांग्रेस के हरवानी ने जीत दर्ज की थी। दूसरी बार जब 1962 में चुनाव हुआ तो यह सीट निर्दलीय गौरी शंकर के हाथों में चली गई। साल 1967 के यह सीट एक बार फिर कांग्रेस के खाते में आई। 1977 में जनता पार्टी के कैंडिडेट बशीर अहमद और 1978 में सय्यद लियाकत हुसैन सांसद बने थे। कुल मिलाकर यहां पांच बार कांग्रेस, चार बार भाजपा, जनता दल और बसपा ने दो बार, सपा और लोक दल ने एक बार जीत दर्ज की है। इसके अलावा साल 1962 में निर्दलीय उम्मीदवार को इस सीट पर एक बार सफलता मिली थी।
 
साध्वी निरंजन ज्योति का राजनीतिक सफर
साध्वी निरंजन ज्योति भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता हैं, जो अपनी मजबूत पकड़ और मुखर नेता के लिए जानी जाती हैं। ज्योति को भाजपा की हिंदुत्व की विचारधारा के प्रति उनकी मजबूत और अटूट प्रतिबद्धता के लिए जाना जाता है। साध्वी निरंजन ज्योति हिंदू संस्कृति के संरक्षण और प्रचार पर अधिक जोर देती हैं। राजनीति में साध्वी निरंजन ज्योति की यात्रा तब शुरू हुई, जब उन्होंने विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लिया। लोगों की सेवा करने के लिए उनके समर्पण और भाजपा की विचारधारा में उनके गहरे विश्वास ने उन्हें पार्टी में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। साध्वी ने साल 2014 में  उत्तर प्रदेश के फतेहपुर से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। वह भाजपा के पहले कार्यकाल में वह खाद्य मंत्रालय में राज्यमंत्री थीं। उन्होंने 2019 से 2021 तक उन्होंने ग्रामीण विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री की जिम्मेदारी संभाली। साध्वी एक बार विवादास्पद टिप्पणी के कारण विवादों में रहीं। हालांकि, बाद में उन्होंने अपने शब्दों के लिए माफ़ी मांगी। इस घटना का उनके राजनीतिक कॅरियर पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा। वर्तमान में वह फतेहपुर लोकसभा सीट से सांसद हैं। 

सपा के दिग्गज नेता हैं नरेश उत्तम पटेल 
नरेश उत्तम पटेल समाजवादी पार्टी के नेता और उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य हैं। उनकी छवि जनता के बीच जमीनी स्तर के स्वच्छ छवि और शिक्षित नेता के रूप में है। पार्टी में इनका स्थान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बाद दूसरे स्थान पर है। ये साल 1989 में जनता दल के टिकट पर विधायक बने थे। साल 1989 से 1991 तक मुलायम की सरकार में मंत्री रहे। इस तरह वह तीन बार यूपी विधानसभा के सदस्य रहे। वह पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य और जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट के भी सदस्य थे। जब यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने उन्हें उत्तर प्रदेश का अध्यक्ष नियुक्त किया। वह कुर्मी (ओबीसी) जाति से हैं। वह मुलायम सिंह यादव के करीबी माने जाते रहे हैं।

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