महाकुंभ 2025 को आपदा मुक्त और सुरक्षित बनाने के लिए योगी सरकार ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। मेला क्षेत्र में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए इंसिडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम (IRS) का गठन किया गया है। इस सिस्टम के तहत, मंडल, जनपद और मेला क्षेत्र में जिम्मेदारियां तय की गई हैं।
महाकुंभ 2025 : आपदा प्रबंधन के लिए सरकार का मास्टर प्लान, इंसिडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम का किया गया गठन
Jan 01, 2025 17:41
Jan 01, 2025 17:41
- अप्रिय घटना से निपटने के लिए इंसिडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम का गठन
- रिस्पांसिबिल टीम तुरंत करेगी कार्यवाही
- मेलाधिकारी होंगे इंसिडेंट कमाण्डर
मण्डलायुक्त होंगे रिस्पॉन्सिबल अधिकारी
योगी सरकार के राजस्व विभाग द्वारा गठित इंसिडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम में प्रयागराज मंडल के मण्डलायुक्त और प्रयागराज मेला प्राधिकरण के अध्यक्ष को रिस्पॉन्सिबल अधिकारी बनाया गया है। इसके अतिरिक्त, पुलिस आयुक्त, प्रयागराज को सुरक्षा अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है। जनपद स्तर पर जिला मजिस्ट्रेट, प्रयागराज एवं अध्यक्ष, डीडीएमए, प्रयागराज को इंसिडेंट कमाण्डर, अपर जिलाधिकारी को डिप्टी इंसिडेंट कमाण्डर और डीसीपी नगर, प्रयागराज को सुरक्षा अधिकारी नियुक्त किया गया है, ताकि महाकुंभ के दौरान किसी भी आपदा से निपटा जा सके।
मेलाधिकारी होंगे इंसिडेंट कमाण्डर
मेला क्षेत्र में किसी भी आपात स्थिति या आपदा से निपटने के लिए मेला अधिकारी को इंसिडेंट कमाण्डर मेला क्षेत्र नियुक्त किया गया है। सहायक मेला अधिकारी को उप इंसिडेंट कमाण्डर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, कुंभ मेला को सुरक्षा अधिकारी और एसडीएम सेक्टर को इंसिडेंट कमाण्डर मेला सेक्टर के रूप में जिम्मेदार बनाया गया है। इसके अलावा, एडिशनल एसपी/डिप्टी एसपी, सेक्टर को सुरक्षा अधिकारी मेला सेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया है। इन सभी अधिकारियों का मुख्य कार्य आपदा की स्थिति में त्वरित और प्रभावी तरीके से क्रियाशील होना होगा।
जारी की गई अधिसूचना
महाकुंभ 2025 के सफल और सुरक्षित संचालन के लिए प्रमुख सचिव पी गुरुप्रसाद की ओर से एक अधिसूचना जारी की गई है। अधिसूचना के अनुसार, महाकुंभ मेला क्षेत्र में किसी भी आपदा से निपटने के लिए इंसिडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम (IRS) गठित किया गया है। यह सिस्टम मेले के आयोजन के दौरान त्वरित, कुशल और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करेगा। इस प्रक्रिया में प्रत्येक हितधारक और उत्तरदाता की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को स्पष्ट किया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित क्रियावली सुनिश्चित की जा सके।
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