महाकुंभ 2025 को भी साइबर अपराधियों ने नहीं छोड़ा : अब होटल और टेंट के नाम पर खेला शुरू, भक्तों के लिए अलर्ट जारी

अब होटल और टेंट के नाम पर खेला शुरू, भक्तों के लिए अलर्ट जारी
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Dec 17, 2024 13:43

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए होटल और टेंट बुकिंग की प्रक्रिया भी तेजी से चल रही है, लेकिन आस्था के इस महापर्व को साइबर ठगों ने अपना निशाना बना लिया है। ठगों ने नामी होटलों की फर्जी वेबसाइट तैयार कर...

Dec 17, 2024 13:43

Prayagraj News : महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार करोड़ों श्रद्धालुओं के प्रयागराज आने का अनुमान है। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए होटल और टेंट बुकिंग की प्रक्रिया भी तेजी से चल रही है, लेकिन आस्था के इस महापर्व को साइबर ठगों ने अपना निशाना बना लिया है। ठगों ने नामी होटलों की फर्जी वेबसाइट तैयार कर बुकिंग के नाम पर लोगों को ठगने का काम शुरू कर दिया है। अब तक मिली शिकायतों के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 54 फर्जी वेबसाइटों को बंद करवा दिया है। हालांकि, पुलिस ने आशंका जताई है कि अभी भी कई फर्जी वेबसाइट सक्रिय हो सकती हैं। इस पूरे मामले में साइबर सेल लगातार निगरानी कर रही है।

फर्जी वेबसाइटों के जाल में फंस रहे श्रद्धालु
प्रयागराज में जनवरी महीने में शुरू होने वाले महाकुंभ को लेकर लाखों श्रद्धालु पहले से ही अपनी बुकिंग करा रहे हैं। इसी मौके का फायदा उठाते हुए साइबर ठगों ने कई नामी होटलों की हूबहू नकल करते हुए फर्जी वेबसाइट तैयार कीं। कान्हा श्याम होटल के मैनेजर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उनके होटल के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से ऑनलाइन बुकिंग के नाम पर ठगी की जा रही है। बुकिंग प्रक्रिया के दौरान QR कोड के जरिए श्रद्धालुओं से पैसे वसूले जा रहे हैं।

50 से अधिक होटलों के नाम पर ठगी
पुलिस जांच के दौरान सामने आया कि ठगों ने सिर्फ एक होटल नहीं, बल्कि कई प्रमुख होटलों और धर्मशालाओं के नाम से फर्जी वेबसाइट तैयार कर ली हैं। इन होटलों में अजय इंटरनेशनल होटल और मारवाड़ी धर्मशाला जैसे प्रतिष्ठित नाम भी शामिल हैं। साइबर थाना प्रभारी राजीव कुमार तिवारी ने बताया कि अभी तक 50 से अधिक होटलों की फर्जी वेबसाइटों का पता लगाया गया है। त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने इन वेबसाइटों को बंद करवाया है। उन्होंने कहा, "साइबर पुलिस इन मामलों पर कड़ी नजर बनाए हुए है। आने वाले दिनों में ऐसे मामलों पर और सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।"

साइबर ठगी से बचने के लिए बरतें सावधानी
साइबर सेल के एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस तरह की फर्जी वेबसाइटें हूबहू असली वेबसाइट की नकल होती हैं। इनमें केवल यूआरएल (URL) में हल्का-सा हेरफेर किया जाता है। जिसे अनजान लोग पहचान नहीं पाते और ठगी का शिकार हो जाते हैं।

साइबर ठगी से बचने के लिए ये सावधानियां बरतें
  • वेबसाइट का यूआरएल (URL) जांचें : हमेशा https:// से शुरू होने वाली वेबसाइट पर ही भरोसा करें।
  • असली वेबसाइट की पुष्टि करें : बुकिंग से पहले होटल की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं या उनसे सीधे संपर्क करें।
  • सरकारी प्रमाणित पोर्टल का उपयोग करें : महाकुंभ के लिए पर्यटन विभाग द्वारा आधिकारिक बुकिंग वेबसाइट की घोषणा की जाती है, उन्हीं पोर्टल पर बुकिंग करें।
  • QR कोड से सतर्क रहें : बिना जांचे QR कोड के जरिए पैसे न भेजें।
  • संशय होने पर साइबर सेल से संपर्क करें : यदि किसी वेबसाइट पर संदेह हो, तो तुरंत पुलिस या साइबर सेल को सूचित करें।
महाकुंभ में साइबर सुरक्षा पर खास फोकस
महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में पुलिस और साइबर सेल ने ठगों पर कड़ी नजर रखने के लिए विशेष टीमें गठित की हैं। प्रयागराज के साइबर थाना प्रभारी ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि बुकिंग करते समय पूरी सतर्कता बरतें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।

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