फिरोजाबाद के पर्यावरण संयोजक प्रवीण कुमार ने जानकारी दी कि इस महाकुंभ को स्वच्छ बनाए रखने के लिए लगभग 20 से अधिक सामाजिक संगठनों ने एकजुट होकर एक योजना बनाई है।
महाकुंभ में स्वच्छता के लिए अभियान : फिरोजाबाद की सामाजिक संस्थाओं की पहल, मेले के लिए जुटाई जाएंगी 11 हजार थालियां
Dec 31, 2024 11:06
Dec 31, 2024 11:06
11 हजार थालियों का लक्ष्य
फिरोजाबाद के पर्यावरण संयोजक प्रवीण कुमार ने जानकारी दी कि इस महाकुंभ को स्वच्छ बनाए रखने के लिए लगभग 20 से अधिक सामाजिक संगठनों ने एकजुट होकर एक योजना बनाई है। उनका कहना है कि महाकुंभ में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु आते हैं। इनमें से कई लोग पॉलीथिन और डिस्पोजल सामग्री का उपयोग करते हैं, जिससे आयोजन स्थल पर भारी मात्रा में कचरा जमा हो जाता है। इस समस्या के समाधान के लिए इन संगठनों ने 11,000 स्टील की थालियां एकत्रित करने का लक्ष्य रखा है। इन थालियों का उपयोग श्रद्धालु भोजन ग्रहण करने में करेंगे, जिससे डिस्पोजल प्लेट्स की आवश्यकता खत्म हो जाएगी। इसी के साथ, कपड़े के थैले भी भेजे जाएंगे ताकि श्रद्धालु खरीदारी और अन्य कार्यों के लिए पॉलीथिन का उपयोग न करें।
घर-घर जाकर जुटाई जा रही थालियां
फिरोजाबाद के लगभग 20 सामाजिक संगठन इस मुहिम में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। ये संगठन घर-घर जाकर लोगों से थालियां और थैले दान करने की अपील कर रहे हैं। लोगों से आग्रह किया जा रहा है कि वे इस पवित्र आयोजन के लिए स्वच्छता और पर्यावरण सुरक्षा में अपना योगदान दें। एकत्रित सामग्री को पैक करके दिसंबर के अंत तक प्रयागराज भेजा जाएगा। इसके बाद ये थालियां और थैले महाकुंभ में वितरित किए जाएंगे। इस पहल की शुरुआत के बाद स्थानीय निवासियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से सकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं।
स्थानीय प्रयासों की सराहना
फिरोजाबाद के निवासियों ने इन संगठनों के प्रयासों की जमकर सराहना की है। स्थानीय निवासी रामेश्वर सिंह का कहना है, "यह पहल न केवल महाकुंभ को स्वच्छ बनाएगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी पर्यावरण संरक्षण का संदेश देगी।" वहीं, महिला संगठन की सदस्य कुसुम देवी ने कहा कि यह एक अनोखा प्रयास है। जिसमें हर व्यक्ति को अपनी भूमिका निभानी चाहिए।
पर्यावरण संरक्षण की ओर एक बड़ा कदम
महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन में स्वच्छता बनाए रखना हमेशा एक चुनौती रहा है। फिरोजाबाद के सामाजिक संगठनों द्वारा शुरू की गई यह पहल एक आदर्श उदाहरण पेश कर रही है कि छोटे शहर भी बड़े आयोजनों में सकारात्मक योगदान दे सकते हैं। यह मुहिम न केवल स्वच्छता को बढ़ावा देगी, बल्कि प्लास्टिक और डिस्पोजल सामग्री के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएगी। महाकुंभ को स्वच्छ और पर्यावरण अनुकूल बनाने के इस अभियान से यह उम्मीद की जा रही है कि अन्य शहर और राज्य भी प्रेरित होकर इसी प्रकार की पहल करेंगे। इस तरह महाकुंभ 2025 केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि पर्यावरण संरक्षण और सामूहिक प्रयास का प्रतीक बनकर उभरेगा।
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