आगामी महाकुंभ 2025 के दृष्टिगत गंगा नदी को स्वच्छ और प्रदूषणमुक्त बनाने के लिए जिला परियोजना अधिकारी एशा सिंह के निर्देशन में एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक 'गंगा की पुकार' का मंचन किया गया।
महाकुंभ 2025 के लिए गंगा स्वच्छता अभियान : प्रयागराज में युवाओं ने नुक्कड़ नाटक के जरिए स्वच्छ गंगा का आह्वान किया
Dec 23, 2024 12:26
Dec 23, 2024 12:26
गंगा स्वच्छता की आवश्यकता पर बल
कार्यक्रम के दौरान जिला परियोजना अधिकारी एशा सिंह ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए गंगा संरक्षण के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, "गंगा न केवल हमारी सांस्कृतिक धरोहर है, बल्कि लाखों लोगों की जीवनरेखा भी है। इसे स्वच्छ बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।" उन्होंने गंगा में प्लास्टिक, कचरा और अन्य प्रदूषणकारी तत्वों को फेंकने से बचने और स्वच्छता अभियान में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया।
गंगा की पुकार' ने जगाई चेतना
नुक्कड़ नाटक 'गंगा की पुकार' ने घाट पर उपस्थित सैकड़ों लोगों को गंगा के प्रदूषण से होने वाले दुष्प्रभावों के प्रति सचेत किया। इस नाटक में युवाओं ने गंगा में फेंके जा रहे कूड़ा-कचरा, प्लास्टिक और धार्मिक कचरे के पर्यावरणीय परिणामों को बेहद मार्मिक तरीके से प्रस्तुत किया। नाटक में अमरेश दुबे, कुलदीप मिश्रा, रोहित मणि और पूजा जैसे कलाकारों ने अपनी भूमिकाओं के माध्यम से गंगा के प्रति लोगों की भावनाओं को झकझोर दिया।
कार्यक्रम की मुख्य बातों में नुक्कड़ नाटक के जरिए गंगा स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास किया गया। युवाओं ने अपने जोश और प्रतिबद्धता से यह संदेश दिया कि गंगा की स्वच्छता केवल सरकारी प्रयासों से संभव नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग को इसमें योगदान देना होगा।
गंगा स्वच्छता के लिए संकल्प
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित जनसमूह ने गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाए रखने के लिए शपथ ली। इस आयोजन ने न केवल गंगा स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक किया, बल्कि उन्हें इस अभियान में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित भी किया। जिला गंगा समिति के इस प्रयास को जनता ने सराहा और गंगा स्वच्छता के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल आगामी महाकुंभ 2025 के लिए गंगा को स्वच्छ बनाना था, बल्कि इसे एक सतत प्रक्रिया के रूप में स्थापित करना था।
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