राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने केंद्र सरकार पर तानाशाही और संविधान के प्रति अनादर करने का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि संसद भवन परिसर में महिला सांसदों के साथ अभद्रता की गई...
Pratapgarh News : प्रमोद तिवारी का केंद्र पर निशाना, बोले- भाजपा और मोदी सरकार लगातार कर रही है संविधान का अनादर
Dec 25, 2024 00:00
Dec 25, 2024 00:00
बिना अनुमति संसद भवन में किया प्रवेश
प्रमोद तिवारी ने आगे कहा कि भाजपा सांसदों ने बिना अनुमति के अपने पोस्टरों में डंडे लगाए और संसद भवन में प्रवेश किया। इसके अलावा, कांग्रेस की महिला सांसदों को जबरदस्ती सदन में जाने से रोका गया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सांसदों ने विपक्षी सांसदों पर डंडों से हमला किया और अपने दो सांसदों को अस्वस्थ बताकर अस्पताल में भर्ती कराया। उन्होंने कहा कि भाजपा की यह कार्रवाई आपराधिक षडयंत्र का भी घिनौना अराजनैतिक सबूत है।
लोकसभा अध्यक्ष को दिया प्रार्थना पत्र
दरअसल, मंगलवार को लालगंज के कैम्प कार्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए प्रमोद तिवारी ने कहा कि उन्होंने और 15 अन्य सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष को एक प्रार्थना पत्र दिया, जिसमें भाजपा की आक्रामकता के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई थी। हालांकि, सत्तारूढ़ दल के दबाव में उनकी एफआईआर दर्ज नहीं की गई। प्रमोद तिवारी ने यह भी मांग की कि मकर द्वार पर हुई घटना के बारे में सीसीटीवी फुटेज को सार्वजनिक किया जाए, ताकि घटना की सच्चाई सामने आ सके।
पीएम मोदी पर बरसे प्रमोद तिवारी
प्रमोद तिवारी ने कहा कि कांग्रेस बाबा साहब डॉ. आम्बेडकर के अपमान के खिलाफ लोकतांत्रिक संघर्ष को और तेज करेगी। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के भाषण में डॉ. आम्बेडकर के प्रति नफरत और संविधान के प्रति उनके अपमान को उजागर किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. आम्बेडकर का अपमान करने पर गृहमंत्री से इस्तीफा नहीं लिया और न ही उन्हें मंत्रिमंडल से हटाया।
पीएम ने गृहमंत्री का किया समर्थन
विपक्ष के उपनेता ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री ने गृहमंत्री के समर्थन में छह ट्वीट किए, जो डॉ. आम्बेडकर के अपमान का समर्थन करने जैसा था। प्रमोद तिवारी ने कहा कि ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी भी इस मामले में पूरी तरह दोषी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा और मोदी सरकार ने संसद के पहले सप्ताह में लोकतंत्र के इतिहास में पहली बार सदन को नहीं चलने दिया, जो एक काला अध्याय है। उन्होनें कहा कि भाजपा की यह गतिविधियां साफ बयां करती हैं कि बीजेपी का न तो लोकतंत्र में विश्वास है और न ही उसका संविधान के प्रति आदर है। उन्होंने कहा कि भाजपा पूरी तरह से विपक्ष की आवाज को जबरिया दबाकर रखने के लिए फासिज्म पर उतर आयी है।
पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ संगठनात्मक मजबूती पर जोर
प्रमोद तिवारी ने अपनी पत्रकार वार्ता में यह भी बताया कि वे पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलकर संगठनात्मक मजबूती पर जोर दे रहे हैं। इससे पहले, उन्होंने बाबा घुइसरनाथ धाम में दर्शन किए और क्षेत्रीय विधायक आराधना मिश्रा मोना द्वारा संचालित पर्यटन विकास योजनाओं का अवलोकन किया। इसके अलावा, उन्होंने ननौती, मंगापुर, रेहुआ, लालगंज, सांगीपुर और शुकुलपुर के गांवों में लोगों से मिलकर क्षेत्रीय विकास के लिए सहयोग मांगा। इस अवसर पर पार्टी के कई अन्य नेता भी मौजूद थे।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर प्रतिनिधि भगवती प्रसाद तिवारी, सांगीपुर प्रमुख अशोक सिंह बबलू, चेयरपर्सन प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी, प्रमुख इं. अमित प्रताप सिंह पंकज, मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल, केडी मिश्र, आशीष उपाध्याय, छोटे लाल सरोज, दृगपाल यादव, रामकृपाल पासी, दयाराम वर्मा, पप्पू तिवारी, मुरलीधर तिवारी, शेरू खां, दारा सिंह आदि मौजूद रहे।
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