संगम नगरी प्रयागराज में अगले साल 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ का भव्य आयोजन होने जा रहा है। अनुमान है कि इस बार महाकुंभ में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालु पहुंचेंगे, जिससे प्रयागराज में एक अभूतपूर्व श्रद्धा देखने को मिलेगी।
प्रयागराज महाकुंभ 2025 : रेलवे चलाएगा एक हजार से ज्यादा स्पेशल ट्रेनें, जानें कितने करोड़ लोगों के पहुंचने का अनुमान
Nov 05, 2024 19:15
Nov 05, 2024 19:15
रेलवे ने इस बार की तैयारियों के तहत एक हजार से ज्यादा स्पेशल ट्रेनों का संचालन करने का फैसला लिया है, ताकि सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुगम यात्रा का अनुभव हो सके। उत्तर मध्य रेलवे ने त्योहारों के दौरान यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य महाकुंभ 2025 के दौरान भीड़ प्रबंधन में अनुभव हासिल करना है।
छठ पर्व के दौरान महाकुंभ की तैयारियों का अभ्यास
महाकुंभ की तैयारी को ध्यान में रखते हुए, रेलवे ने छठ पर्व के मौके पर प्रयागराज में ट्रेनों के भीड़ नियंत्रण का अभ्यास किया। इसके अंतर्गत प्रयागराज जंक्शन पर विशेष इंतजाम किए गए, ताकि भारी भीड़ को नियंत्रित और सुरक्षित रूप से कोच में बैठाया जा सके। रेलवे स्टेशन पर जनरल कोच के सामने रस्सी बांधकर यात्रियों की कतार लगाई जा रही है और प्लेटफार्म पर यात्रियों को नियंत्रित किया जा रहा है। इसके जरिए यात्रियों को सुरक्षित और क्रमबद्ध तरीके से ट्रेन में चढ़ाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।
प्रयागराज जंक्शन के निदेशक वी.के. द्विवेदी ने बताया कि छठ पर्व के दौरान जो भी इंतजाम किए गए, वे महाकुंभ के दौरान उपयोगी साबित होंगे। यह अभ्यास एक तरह से महाकुंभ का ट्रायल है, जिससे यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने में सहूलियत होगी। इस तरह के इंतजाम से यात्रियों को दुर्घटनाओं से बचाने और उनके सफर को सुरक्षित बनाने में सहायता मिलेगी।
सुरक्षा और जागरूकता के विशेष प्रयास
महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की भारी संख्या को ध्यान में रखते हुए, रेलवे ने सुरक्षा और जागरूकता के लिए भी व्यापक इंतजाम किए हैं। स्टेशन पर आरपीएफ, जीआरपी और रेलवे के कमर्शियल स्टाफ को विशेष रूप से तैनात किया गया है। यात्रियों को आगाह किया जा रहा है कि वे किसी भी अंजान व्यक्ति से भोजन या पेय न लें, जिससे जहर खुरानी जैसी घटनाओं से बचा जा सके। इसके साथ ही, यात्रियों को किसी भी प्रकार के विस्फोटक सामग्री को साथ न लाने की सलाह दी जा रही है।
रेलवे द्वारा इस बात पर भी जोर दिया जा रहा है कि कोई यात्री ट्रेन के दरवाजे पर बैठकर यात्रा न करे, ताकि किसी दुर्घटना की संभावना न रहे। इस जागरूकता अभियान से यात्रियों को न केवल अपने सफर के दौरान सुरक्षित रखा जा सकेगा बल्कि महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन में भी सुरक्षा बनाए रखी जा सकेगी।
7500 से अधिक ट्रेनों का संचालन और भीड़ नियंत्रण
उत्तर मध्य रेलवे के वरिष्ठ पीआरओ, डॉ. अमित मालवीय ने बताया कि भारतीय रेलवे ने महाकुंभ और त्योहारों के मद्देनजर 75 सौ से ज्यादा ट्रेनों का संचालन किया है। अब तक 54 लाख से ज्यादा यात्री इन सामान्य और विशेष ट्रेनों का उपयोग कर चुके हैं। मालवीय के अनुसार, त्योहारों के समय ट्रेनों में भीड़ बहुत ज्यादा बढ़ जाती है और इसे नियंत्रित करने के लिए रेलवे विशेष इंतजाम कर रहा है। प्रयागराज मंडल के पीआरओ अमित सिंह ने बताया कि महाकुंभ के लिए किए गए ये इंतजाम यात्रियों के सफर को सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने में सहायक होंगे।
त्योहारों के दौरान यात्रियों की भीड़ को देखते हुए स्टेशनों पर आरपीएफ और जीआरपी को तैनात किया गया है, ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इस दौरान कमर्शियल स्टाफ भी अलर्ट मोड पर है, जिससे यात्रियों को समय पर कोच में बैठाया जा सके और अनावश्यक भीड़ से बचाव हो सके।
यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे की विशेष योजना
महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन के लिए रेलवे ने एक व्यापक योजना तैयार की है, जिसमें यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान रखा गया है। महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए, रेलवे ने कोचों में यात्रियों के बैठने के लिए विशेष रणनीति बनाई है। इसके अलावा, स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्लेटफार्म पर रस्सी के जरिए कतार बनाकर यात्रियों को नियंत्रित किया जा रहा है।
रेलवे का यह भी प्रयास है कि यात्रियों को बेहतर खानपान सेवा मिल सके और किसी तरह के जहर खुरानी के मामलों से बचाया जा सके। इसके तहत रेलवे स्टेशनों पर लगातार अनाउंसमेंट के जरिए यात्रियों को जागरूक किया जा रहा है कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति से भोजन न लें।
महाकुंभ के दौरान रेलवे की भूमिका
महाकुंभ के आयोजन में रेलवे की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि करोड़ों श्रद्धालु देश के विभिन्न कोनों से प्रयागराज पहुंचते हैं और उनके आवागमन के लिए रेलवे ही सबसे महत्वपूर्ण साधन होता है। रेलवे ने यह सुनिश्चित किया है कि महाकुंभ के दौरान सभी यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का अनुभव हो और उन्हें अपने गंतव्य तक सुगमता से पहुंचाया जा सके।
इस बार रेलवे ने एक हजार से अधिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन करने की योजना बनाई है, जिससे भीड़ के दबाव को कम किया जा सके। इसके अलावा, रेलवे ने सभी स्टेशनों पर अतिरिक्त स्टाफ की तैनाती भी की है, ताकि हर यात्री की सुरक्षा का ख्याल रखा जा सके। प्रयागराज मंडल के पीआरओ अमित सिंह के अनुसार, रेलवे की यह तैयारी निश्चित रूप से महाकुंभ में आने वाले लाखों यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव कराएगी।
यात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम
महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे की तैयारियों से यह साफ होता है कि इस बार यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है। प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को सुगमता से संभालने और यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का अनुभव देने के लिए रेलवे ने व्यापक इंतजाम किए हैं। त्योहारी सीजन में छठ पर्व के दौरान किया गया ट्रायल महाकुंभ की तैयारी में सहायक साबित होगा। रेलवे की इस योजना से न केवल यात्रियों को सुरक्षित यात्रा मिलेगी, बल्कि महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में भी मदद मिलेगी।
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