रेल मंत्री ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ के लिए चार रिंग वाले रेल सर्किल को तैयार किया गया है, जिसमें वाराणसी-प्रयागराज, प्रयागराज-अयोध्या, अयोध्या-काशी और प्रयागराज सर्किल शामिल हैं...
महाकुंभ 2025 : रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया बड़ा ऐलान, मेले के दौरान चलेंगी 13 हजार ट्रेनें
Dec 09, 2024 23:28
Dec 09, 2024 23:28
लंबी दूरी वाले शहरों के लिए चलाई जाएंगी आरक्षित ट्रेनें
महाकुंभ के लिए देश के कोने- कोने से प्रयागराज के लिए सीधी कनेक्टिविटी रहेगी। इसमें चेन्नई और मुंबई जैसे लंबी दूरी वाले शहरों समेत 50 शहरों से प्रयागराज के लिए आरक्षित ट्रेनें चलाई जाएंगी। रेल मंत्री में बताया कि महाकुंभ के लिए इस बार एक और विशेष इंतजाम किया जा रहा है। संगम नगरी के रेलवे स्टेशनों पर बने फुटओवर ब्रिज पर यात्रियों का क्रॉस मूवमेंट न हो इसके लिए एक पुल की दिशा से दूसरी दिशा वाले पुल की ओर से यात्री जा सकते हैं। सभी स्टेशनों पर यही इंतजाम रहेगा।
स्टेशनों पर की जाएगी कलर कोडिंग
इसी वर्ष जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया गया, जिसके बाद वहां भक्तों कि भीड़ को देखते हुए अयोध्या रेलवे स्टेशनों पर कलर कोडिंग की गई थी। अश्विनी वैष्णव ने बताया कि यह व्यवस्था प्रयागराज के भी सभी स्टेशनों पर रहेगी। कलर कोडिंग के हिसाब से यात्री अपनी दिशा के अनुसार यात्रा के लिए सही से प्लेटफॉर्म पर पहुंच सकेंगे। यात्री आश्रय स्थल भी चार अलग रंग के रहेंगे। संगम नगरी के स्टेशनों पर कुल 23 यात्री आश्रय स्थल बनाए गए हैं।
बिना लाइन में लगे यात्रियों को मिलेगा टिकट
महाकुंभ के लिए रेलवे, सभी यात्रियों को बिना लाइन में लगे जनरल टिकट मुहैया कराएगा। यात्री सभी स्टेशनों, आश्रय स्थलों और प्रतीक्षालय आदि में रेलकर्मी की मदद से अपना टिकट निकलवा सकेंगे। इसके अलावा, मोबाइल एप के माध्यम से भी यात्री जनरल टिकट ले सकेंगे। साथ ही 554 अनारक्षित टिकट काउंटर भी बनाए गए हैं।
आरपीएफ और जीआरपी के जवानों की रहेगी तैनाती
महाकुंभ मेले के लिए 18 हजार आरपीएफ (RPF) और जीआरपी (GRP) के जवानों की तैनाती रहेगी। इसमें आरपीएफ के जवानों की संख्या आठ हजार और जीआरपी के जवानों की संख्या दस हजार रहेगी। साथ ही इसमें 13 हजार रेलवे के अधिकारी और कर्मचारियों को तैनात किया जा रहा है। इसमें कई कर्मचारी ऐसे भी हैं जो हिंदी, अंग्रेजी के साथ-साथ दक्षिण भारतीय, पंजाबी, बंगाली, मराठी, गुजराती आदि भाषा भी बोल सकते हैं। महाकुंभ में तमाम राज्यों से श्रद्धालु प्रयागराज आएंगे। इस दौरान, कई लोग ऐसे भी होंगे जिन्हें हिंदी भाषा नहीं आती होगी। ऐसे में रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सहूलियत के लिए तमिल, कन्नड़, उड़िया, मलयालम, मराठी समेत 12 क्षेत्रीय भाषाओं की एक पॉकेट बुकलेट तैयार कराई है।
इन शहरों से प्रयागराज आएंगी आरक्षित ट्रेनें
सरकार ने लंबी दूरी वाले शहरों से प्रयागराज के लिए सीधी ट्रेन सेवा शुरू की है। इसमें गुवाहाटी, रंगपारा उत्तर, मुंबई सीएसटी, नागपुर, पुणे, सिकंदराबाद, गुंटूर, नांदेड़, विशाखापत्तनम, भुवनेश्वर, पुरी, संबलपुर, कन्याकुमारी, तिरुवनंतपुरम उत्तर, चेन्नई सेंट्रल, हावड़ा, डॉ. अंबेडकरनगर, वापी, अहमदाबाद, राजकोट, वडोदरा, वलसाड, भावनगर, जयनगर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, धनबाद, पटना, गया, रक्सौल, सहरसा, बेलगावी, मैसूर, उदयपुर शहर, बाड़मेर, टाटानगर, रांची आदि शामिल हैं।
पीएम मोदी का आगमन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को प्रयागराज के दौरे पर आएंगे। यहां वो महाकुंभ से जुड़ी लगभग सात हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात देंगे। इसके अलावा, वह निषादराज क्रूज पर सवार होकर संगम पहुंचेंगे और यहां गंगा पूजन के बाद जनसभा करेंगे। इस दौरान, रेलवे प्रशासन की पूरी व्यवस्था और सुरक्षा इंतजामों का आकलन किया जाएगा।
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