महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर योगी सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। 45 करोड़ श्रद्धालुओं के लिए बनाए गए सुरक्षा प्रबंधों में अत्याधुनिक तकनीक और उपकरणों का इस्तेमाल किया जाएगा...
महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्था होगी चौकस : श्रद्धालुओं की रक्षा करेंगे हाईटेक रिमोट लाइट ब्वॉय, 24 घंटे तैनात रहेंगे जवान
Dec 04, 2024 00:56
Dec 04, 2024 00:56
हाईटेक रिमोट लाइट बॉय की तैनाती
महाकुम्भ के दौरान सुरक्षा के लिए तैनात किए गए 700 झंडे लगी नावों पर 24 घंटे पीएसी, एनडीआरएफ, और एसडीआरएफ के जवान तैनात रहेंगे। रिमोट लाइट बॉय की मदद से किसी भी अनहोनी से पहले ही श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सकेगा। ये लाइट बॉय पलक झपकते हुए कहीं भी पहुंच सकते हैं और उनका इस्तेमाल हर स्थिति में किया जाएगा।
सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक उपकरण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के तहत सुरक्षा को लेकर बड़े पैमाने पर तैयारी की जा रही है। विशेष रूप से जवानों के लिए अत्याधुनिक लाइफ जैकेट, चार नई फ्लोटिंग जेटी और रेस्क्यू ट्यूब मंगाई गई हैं। इन सभी उपकरणों से किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटना आसान हो जाएगा। इसके अलावा पीएसी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम को आधुनिक तकनीक से प्रशिक्षित किया जा रहा है, ताकि वे किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया कर सकें।
वीआईपी मूवमेंट पर विशेष सुरक्षा
महाकुंभ के दौरान वीआईपी मूवमेंट वाले किला घाट पर विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए स्पेशल फोर्स की तैनाती की जाएगी, ताकि श्रद्धालुओं को कोई भी असुविधा न हो। सरस्वती घाट से संगम घाट तक कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया गया है, जहां डीप बैरिकेडिंग और चारों तरफ सुरक्षा जाल लगाया जा रहा है।
स्नान घाटों का किया निरीक्षण
महाकुम्भ के सफल आयोजन के लिए सुरक्षा अधिकारियों ने संगम घाट और अन्य स्नान घाटों की भौगोलिक स्थिति का निरीक्षण किया है। इसके साथ ही किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूर्वाभ्यास भी किया गया। डॉ. राजीव नारायण मिश्र और एसडीआरएफ कमांडेंट सतीश कुमार ने जवानों को अपनी जिम्मेदारी का पूरा निर्वहन करने की सलाह दी और सुनिश्चित किया कि सभी सुरक्षा इंतजाम पूरी तरह से तैयार हैं।
7 स्पेशल पीएसी कंपनियों की तैनाती
महाकुम्भ की सुरक्षा के लिए 7 स्पेशल पीएसी कंपनियां तैनात की गई हैं, जिनमें से एक कंपनी जीआरपी और एक कंपनी कमिश्नरेट में तैनात की जाएगी। पांच कंपनियां मेले के क्षेत्र में कार्यरत रहेंगी, जिनमें से दो कंपनियां बाढ़ राहत दल के रूप में तैनात की जाएंगी। सभी कंपनियों में कुशल तैराकों को शामिल किया गया है, जो किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद करने के लिए तैयार रहेंगे।
सुरक्षाकर्मियों को दक्ष बनाने के प्रयास
सुरक्षाकर्मियों को कम्युनिकेशन में दक्ष बनाने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि नावों और बोटों के माध्यम से तैनात जवान एक-दूसरे से त्वरित संवाद स्थापित कर सकें। इसके तहत पेट्रोलिंग भी की जा रही है और जवानों ने अपनी कुशलता का प्रदर्शन किया है, ताकि किसी भी स्थिति में तत्काल मदद पहुंचाई जा सके।
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