गोवर्धनमठ पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि मुसलमानों को महाकुंभ में आस्था के साथ आने और मर्यादा का पालन करने पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाना चाहिए। उन्होंने यह बयान धार्मिक संगठनों और व्यक्तियों द्वारा मुसलमानों के मेले में प्रवेश पर रोक लगाए जाने की मांग के संदर्भ में दिया।
शंकराचार्य निश्चलानंद का बड़ा बयान : आस्था के साथ महाकुंभ में आने वाले मुसलमानों पर प्रतिबंध की मांग अनुचित
Nov 20, 2024 20:43
Nov 20, 2024 20:43
- आस्थावान मुसलमानों पर प्रतिबंध लगाना गलत
- रसखान और पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम भी आस्थावान थे
- प्रतिबंध से हिंदू और मुसलमान में छिड़ जाएगा संघर्ष
आस्थावान मुसलमानों पर प्रतिबंध लगाना गलत
स्वामी निश्चलानंद ने कहा कि यह मांग मक्का-मदीना में हिंदुओं को प्रवेश न देने की प्रतिक्रिया है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कई मुसलमान जैसे रहीम, रसखान और पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम भी आस्थावान थे। ऐसे में सवाल यह है कि क्या इन जैसे आस्थावान मुसलमानों पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है? उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि मुसलमान कुंभ और महाकुंभ में व्यापार और प्रसाद जैसी गतिविधियों में भाग लेते हैं, जो आस्था से जुड़ा हुआ है।
पर्वों के दौरान आर्य समाज नहीं करते गंगा स्नान
इसके अलावा, स्वामी निश्चलानंद ने आर्य समाज का उदाहरण दिया और कहा कि जो लोग मुसलमानों के कुंभ में प्रवेश को लेकर आलोचना कर रहे हैं, उन्हें यह समझना चाहिए कि आर्य समाज के लोग भी पर्वों के दौरान गंगा स्नान से परहेज करते हैं। स्वामी दयानंद सरस्वती ने भी लिखा था कि सनातन धर्म के अनुयायी कुंभ जैसे मेले को एक ढोंग मानते हैं। प्रतिबंध से हिंदू और मुसलमान में संघर्ष छिड़ जाएगा। मणिपुर में जारी हिंसा के सवाल पर पुरी शंकराचार्य ने कहा कि सद्भावपूर्वक संवाद का बल, सेवा और अंत में संघ का बल हो तो ऐसा नहीं होगा। कहा कि उपद्रव के पीछे राजनेताओं का हाथ है तो उन्हें खींच लें। सबकुछ ठीक हो जाएगा।
मुझे नीचा दिखाने के लिए किए जा रहे प्रयास
पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज ने आरोप लगाया कि पिछले 32 वर्षों से उन्हें दबाने और नीचा दिखाने के लिए बाकी शंकराचार्य को आगे लाया जा रहा है। उनका कहना था कि यह कार्य पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक कर रहे हैं। शंकराचार्य ने यह भी कहा कि इन प्रयासों का उद्देश्य उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना है।
स्वामी निश्चलानंद का आशीर्वाद लेने पहुंचे योगी सत्यम
इस बीच, मंगलवार को क्रियायोग आश्रम के स्वामी योगी सत्यम पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज का आशीर्वाद लेने उनके शिवगंगा आश्रम पहुंचे। वह लगभग आधे घंटे तक आश्रम में रहे, जहां उन्होंने शंकराचार्य से आशीर्वाद प्राप्त किया और धार्मिक विचारों पर चर्चा की।
Also Read
20 Nov 2024 09:09 PM
इलाहाबाद हाईकोर्ट में शिक्षामित्रों के मानदेय में वृद्धि की मांग को लेकर दाखिल अवमानना याचिका पर सुनवाई जारी है। न्यायमूर्ति पीयूष अग्रवाल की अदालत में याची के अधिवक्ता सत्येंद्र चंद्र त्रिपाठी ने जानकारी दी... और पढ़ें