महाकुंभ 2025 की तैयारियां प्रयागराज में तेज गति से चल रही हैं। इसके तहत कुंभ मेला प्रशासन ने सनातन धर्म के प्रमुख 13 अखाड़ों को भूमि आवंटन की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक संपन्न कर लिया है।
महाकुंभ 2025 : संतों की मौजूदगी में सभी 13 अखाड़ों की भूमि आवंटन की प्रक्रिया हुई पूरी
Nov 20, 2024 11:17
Nov 20, 2024 11:17
- अखाड़ों ने कुंभ क्षेत्र में अपनी अपनी भूमि पर कराया सीमांकन, सभी परम्पराओं का केंद्र बनेगा कुंभ क्षेत्र
- कुंभ मेला प्रशासन और अखाड़ों के संतों के बीच बेहतर समन्वय से अखाड़ों की बसावट का चरण पूरा
वैष्णव अखाड़ों की कुंभ क्षेत्र में आवंटित हुई भूमि
महाकुंभ में जन आस्था के सबसे बड़े आकर्षण अखाड़ों के लिए भूमि आवंटन का चरण पूरा हो गया है। सीएम योगी के निर्देश पर कुंभ मेला प्रशासन ने अखाड़ों के संतों की सहमति से सभी 13 अखाड़ों को कुंभ क्षेत्र में छावनी बसाने के लिए भूमि आवंटित कर दी है। मंगलवार को मेला प्रशासन की ओर से तीन वैष्णव अखाड़ों को भी कुंभ क्षेत्र के अखाड़ा सेक्टर में भूमि सीमांकन के लिए भूमि उपलब्ध करा दी गई।
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एडीएम कुंभ विवेक चतुर्वेदी का कहना है कि कुंभ क्षेत्र में अखाड़ों के पूज्य संतों से आम सहमति और चर्चा के बाद 18 और 19 नवंबर को भूमि वितरण का कार्यक्रम तय किया गया था और इसी के तहत मंगलवार को कुंभ क्षेत्र में तीनों वैष्णव अखाड़ों को भूमि वितरित की गई। इस मौके पर श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़ा, श्री दिगंबर अनी अखाड़ा और श्री निर्वाणी अनी अखाड़े के प्रमुख पदाधिकारी और संत मौजूद रहे। श्री निर्वाणी अनी अखाड़े के अध्यक्ष महंत मुरली दास का कहना है कि मेला प्रशासन से आम सहमति के बाद अखाड़ों को जरूरी जमीन आवंटित कर दी गई है। अब जमीन पर टीन की बाड़ लगाने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।
13 अखाड़ों को आवंटित की गई 100 बीघे भूमि
दिव्य और भव्य महाकुंभ के आयोजन की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की परिकल्पना कुंभ क्षेत्र में धरातल पर उतरने लगी है। जन आस्था के वाहक और सनातन संस्कृति के प्रतीक अखाड़ों को कुंभ क्षेत्र में भूमि आवंटन की प्रक्रिया पूरी हो गई है। मंगलवार को कुंभ क्षेत्र में तीन वैष्णव अखाड़ों को भी भूमि वितरित की गई। संन्यासी और उदासीन अखाड़ों के संतों को सोमवार को ही भूमि आवंटित की जा चुकी है। इस तरह अखाड़ों के संतों को उनकी सहमति से सौ बीघा से अधिक भूमि वितरित की गई। अखाड़ों के बाद अब दंडी बाड़ा, आचार्य बाड़ा, खाकचौक व्यवस्था समिति और खालसा को भूमि वितरित की जाएगी।
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