सहारनपुर में ईडी की बड़ी कार्रवाई : कोऑपरेटिव कंपनी की 7.31 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त, जानें क्यों हुई कार्रवाई 

कोऑपरेटिव कंपनी की 7.31 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त, जानें क्यों हुई कार्रवाई 
UPT | प्रवर्तन निदेशालय।

Sep 27, 2024 22:16

वर्ष 2021 में एसटीएफ को इस शराब फैक्ट्री में करोड़ों के राजस्व चोरी करने की शिकायत मिली थी। एसटीएफ ने फैक्ट्री में तब छापा मारा था तो संचालक व कई कर्मचारी फैक्ट्री से भाग निकले थे। इसके बाद सहारनपुर में इस फैक्ट्री के अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी।

Sep 27, 2024 22:16

Saharanpur/Lucknow News : सहारनपुर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने करोड़ों की टैक्स चोरी में सहारनपुर के टपरी स्थित देसी शराब फैक्ट्री कोआपरेटिव कंपनी लिमिटेड (सीसीएल) की कृषि योग्य भूमि समेत सात करोड़ 31 लाख रुपये की संपत्ति शुक्रवार को जब्त कर ली है। यह भूमि सहारनपुर के ही युसूफपुर मुस्तकम में है। 

इस फैक्ट्री के संचालक व कर्मचारियों की मिलीभगत से एक ही गेट पास व इनवाइस पर एक ही गाड़ी से दो बार शराब बाहर निकाली जा रही थी। इससे इन्होंने करीब 35 करोड़ रुपये की काली कमाई की थी। साथ ही राज्य सरकार को करोड़ों रुपये के उत्पाद शुल्क का नुकसान भी हुआ था। इसका खुलासा यूपी एसटीएफ ने किया था। जिसके बाद ईडी ने भी मनी लॉड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। ईडी इससे पहले दो बार 24 मई 2023 और तीन मई 2024 को 27 करोड़ 42 लाख रुपये की संपत्ति कुर्क कर चुकी है।

2021 में मिली थी शिकायत
वर्ष 2021 में एसटीएफ को इस शराब फैक्ट्री में करोड़ों के राजस्व चोरी करने की शिकायत मिली थी। एसटीएफ ने फैक्ट्री में तब छापा मारा था तो संचालक व कई कर्मचारी फैक्ट्री से भाग निकले थे। इसके बाद सहारनपुर में इस फैक्ट्री के अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। जांच में पता चला था कि फैक्ट्री के अधिकारी, आबकारी विभाग के अधिकारी-कर्मचारी की मिलीभगत से यह टैक्स चोरी की जा रही थी। इसमें कई ट्रांसपोर्टर भी मिले हुए थे। इसके बाद ही ईडी ने भी जांच शुरू की थी।

इस जमीन को व्यावसायिक इस्तेमाल की मंजूरी थी 
ईडी अफसरों के मुताबिक 3:35 हेक्टेयर की यह कृषि योग्य भूमि सहारनपुर के गांव यूसुफपुर मुस्तकम गांव में है। इसे औद्योगिक इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी गई थी। इसकी कीमत 7.31 करोड़ रुपये बताई जा रही है। ईडी ने एसटीएफ की ओर से दर्ज दो एफआईआर के आधार पर इस मामले में जांच शुरू की थी। इस फैक्ट्री पर अवैध तरीके से शराब की बिक्री करने का आरोप था। इसमें फैक्ट्री सीसीएल के निदेशक व कर्मचारी नामजद हुए थे। इनके इस कृत्य से सरकार को करोड़ों रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ था। अब तक तीन बार हुई कुर्क की कार्रवाई में 34 करोड़ 73 लाख रुपए की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। 

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