मुजफ्फरनगर में बिना अनुमति के चल रहे अस्पतालों पर स्वास्थ्य विभाग ने शिकंजा कसा और छह अस्पतालों और एक पैथोलॉजी लैब को सील कर दिया।
मुजफ्फरनगर में स्वास्थ्य विभाग की सख्त कार्रवाई : बिना अनुमति चल रहे छह अस्पतालों और एक पैथोलॉजी लैब को किया सील
Oct 01, 2024 14:27
Oct 01, 2024 14:27
इन अस्पतालों पर हुई कार्रवाई
जिन अस्पतालों पर कार्रवाई हुई उनमें भारत हॉस्पिटल, ग्लोबल मेडिकेयर सेंटर, आदर्श हॉस्पिटल, कमल हॉस्पिटल, मदर इंडिया नर्सिंग होम और आशीर्वाद हॉस्पिटल शामिल हैं। इसके साथ ही एक पैथोलॉजी लैब को भी सील किया गया। जो स्वास्थ्य विभाग की अनुमति के बिना संचालित हो रही थी।
अवैध अस्पतालों पर कार्रवाई से मचा हड़कंप
स्वास्थ्य विभाग की इस सख्त कार्रवाई के बाद जानसठ और आसपास के क्षेत्रों में बिना पंजीकरण और गाइडलाइन के चल रहे निजी अस्पतालों और झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप मच गया। इन संस्थानों को यह डर सता रहा है कि उनके खिलाफ भी जल्द ही कार्रवाई हो सकती है। विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी अस्पताल या चिकित्सा केंद्र को बिना अनुमति के संचालित नहीं होने दिया जाएगा।
गर्भवती महिला की मौत के बाद की गई कार्रवाई
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. विपिन कुमार ने बताया कि जानसठ के भारत हॉस्पिटल में एक गर्भवती महिला की डिलीवरी के दौरान मौत हो गई थी। इस घटना की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच शुरू की। जब टीम मौके पर पहुंची तो पाया कि अस्पताल स्वास्थ्य विभाग की निर्धारित गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहा था। इसी के चलते विभाग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अस्पताल को सील कर दिया। इसके साथ ही अन्य पांच अस्पतालों और एक पैथोलॉजी लैब को भी सील किया गया, जो बिना आवश्यक पंजीकरण और मानकों के चल रहे थे।
भविष्य में भी जारी रहेगी छापेमारी
डॉ. विपिन कुमार ने यह भी स्पष्ट किया कि जिले में समय-समय पर ऐसे अवैध रूप से संचालित अस्पतालों और झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई होती रहेगी। स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है और किसी भी निजी अस्पताल को नियमों का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने ये भी कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है, जिससे मरीजों को सही और विश्वसनीय चिकित्सा सेवाएं मिल सकें।
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