सहारनपुर डबल मर्डर का हो गया खुलासा : क्लीनर को मारने आए थे हत्यारे, गवाह मिटाने के लिए ट्रक चालक को मारी गोली

क्लीनर को मारने आए थे हत्यारे, गवाह मिटाने के लिए ट्रक चालक को मारी गोली
UPT | सहारनपुर डबल मर्डर केस

Nov 10, 2024 15:02

सहारनपुर के लाखनौर बाइपास पर स्थित पंचकूला-देहरादून हाईवे पर ट्रक चालक और उसके क्लीनर की हत्या में नया मोड़ सामने आया है।  हत्या की साजिश केवल क्लीनर को निशाना बनाने के लिए रची गई थी...

Nov 10, 2024 15:02

Saharanpur News : सहारनपुर के लाखनौर बाइपास पर स्थित पंचकूला-देहरादून हाईवे पर ट्रक चालक और उसके क्लीनर की हत्या में नया मोड़ सामने आया है।  हत्या की साजिश केवल क्लीनर को निशाना बनाने के लिए रची गई थी, जबकि ड्राइवर को इसलिये मारा गया ताकि वह गवाह न बने। इस मामले में क्लीनर के परिवार ने गांव के एक व्यक्ति और उसके तीन बेटों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है।

रंजिश के चलते की हत्या
जानकारी के अनुसार, गांव में एक युवक की मौत को लेकर पिछले एक साल से रंजिश चल रही थी। इस रंजिश के चलते ही हत्यारों ने यह कांड अंजाम दिया। हत्यारे मुख्य रूप से हुसनैन से दुश्मनी रखते थे, लेकिन उन्होंने हुसनैन के साथ-साथ शोएब को भी मौत के घाट उतार दिया। उनका उद्देश्य पुलिस की जांच को भ्रमित करना था ताकि उन पर कोई शक न करे। यदि शोएब को जिंदा छोड़ दिया जाता, तो वह इस वारदात का चश्मदीद गवाह बन सकता था और आरोपी इसका डर महसूस कर रहे थे। यही कारण था कि शोएब की हत्या भी की गई।



इस कारण क्लीनर के पीछे पड़े थे हत्यारे
हुसनैन के परिजनों ने गांव के ही इकबाल और उसके बेटे हसीन, अफजाल व शादाब उर्फ सोनू के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है। उन्होंने तहरीर में बताया कि इकबाल का बेटा मारूफ और हुसनैन अच्छे दोस्त थे और दोनों एक साथ रहते थे, खाते-पीते थे। परिजनों के अनुसार, एक साल पहले हुसनैन और मारूफ ने शराब पी थी, जिसके बाद मारूफ की तालाब में डूबने से मौत हो गई थी। इकबाल पक्ष ने हुसनैन पर हत्या का आरोप लगाया था, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ कि मारूफ की मौत डूबने से हुई थी, जिसके कारण पुलिस की जांच में हुसनैन को क्लीन चिट मिल गई थी। तभी से इकबाल और उसके बेटे हुसनैन से रंजिश रखने लगे थे और बदला लेने की योजना बना रहे थे।

चारों आरोपी चल रहे हैं फरार
परिजनों का आरोप है कि इकबाल पक्ष ने कई बार हुसनैन को हत्या की धमकी दी थी, जिसके बाद हुसनैन को परिजनों ने काम पर जाने से रोक दिया था। हुसनैन एक साल तक घर से बाहर नहीं निकला और अपने घर में ही रहा। हाल ही में, दो दिन पहले हुसनैन फिर से काम पर लौटा था और अगले ही दिन उसकी हत्या कर दी गई। परिवार का दावा है कि हुसनैन की हत्या इकबाल और उसके बेटों हसीन, अफजाल और शादाब ने की है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने देर रात आरोपियों के घर पर दबिश भी दी, लेकिन सभी चार आरोपी फरार हो गए हैं।

यह भी पढ़ें- सहारनपुर में दिनदहाड़े डबल मर्डर : ट्रक चालक और क्लीनर की गोली मारकर हत्या, जांच में जुटी पुलिस

Also Read

ठाकुरों ने किया सबसे ज्यादा वोट... मुस्लिम समाज के बूथ पर सबसे कम मतदान

21 Nov 2024 07:13 PM

मुजफ्फरनगर मीरापुर उपचुनाव में जातीय विभाजन : ठाकुरों ने किया सबसे ज्यादा वोट... मुस्लिम समाज के बूथ पर सबसे कम मतदान

मीरापुर विधानसभा उपचुनाव के मतदान में विभिन्न गांवों से मिलने वाले आंकड़े दिलचस्प रहे। जहां ठाकुर समुदाय के अधिक प्रतिनिधित्व वाले जीवनपुरी गांव में 91.92 प्रतिशत मतदान हुआ... और पढ़ें