बनारस को स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। शहर के कई इलाकों का नया स्वरूप तैयार किया जा रहा है, जिसमें कुछ प्रमुख कॉलोनियों और क्षेत्रों का कायाकल्प किया जाएगा। पहले चरण में, फुलवरिया लेन से होते हुए सेंट्रल जेल रोड और मकबूल अलम रोड को शामिल किया गया है।
बनारस के ये दो इलाके बनेंगे हाईटेक सिटी जैसे : बेंगलुरु-पुणे की तर्ज पर विकसित करने की तैयारी, वीडीए कर रहा काम
Sep 25, 2024 16:39
Sep 25, 2024 16:39
- मेट्रो सिटी की तर्ज पर होगा वाराणसी का विकास
- पर्यटकों और निवासियों के लिए होंगी बेहतर सुविधाएं
- इन दो रोड का होगा आधुनिकीकरण
वाराणसी में मेट्रो सिटी का सपना
वाराणसी की दो प्रमुख सड़कों के 2 से 3 किलोमीटर के दायरे को मेट्रो सिटी की तर्ज पर विकसित करने की योजना तैयार की गई है। वाराणसी विकास प्राधिकरण (VDA) इस महत्वाकांक्षी परियोजना को लागू करेगा, जिसकी शुरुआत हो चुकी है। चौराहों से लेकर सड़कों के किनारे और कॉलोनियों तक, यहां ऐसा कुछ होगा जो पूरे बनारस में अद्वितीय होगा। ये इलाके बेंगलुरु की तर्ज पर विकसित होंगे, जिससे शहर की छवि और विकास में नया आयाम जुड़ सकेगा।
मेट्रो सिटी की तर्ज पर होगा विकास
वाराणसी में हाईटेक सिटी की तर्ज पर दो इलाकों का कायाकल्प किया जा रहा है। वाराणसी विकास प्राधिकरण बनारस के दो इलाकों को मेट्रो सिटी की तर्ज पर विकसित करने की दिशा में भी तेजी से काम कर रहा है। सेंट्रल जेल रोड पर उपलब्ध स्थान को देखते हुए, इस पूरे इलाके को हाईटेक सिटी प्लानिंग के तहत विकसित किया जाएगा। वाराणसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने जानकारी दी कि यह परियोजना शहरी स्थान निर्माण के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जो शहर की सुविधाओं और विकास में नई ऊंचाइयां जोड़ेगी।
पर्यटकों और निवासियों के लिए बेहतर सुविधाएं
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य निवासियों और पर्यटकों के लिए सुरक्षा और सुंदर माहौल को बढ़ाना है। वाराणसी विकास प्राधिकरण ने बताया कि इस योजना के माध्यम से शहरी डिजाइन और बुनियादी ढांचे में सुधार किया जाएगा, जिससे लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। इस प्लान की खासियतों में नई क्रिएटिविटी के साथ चीजों को आकर्षक रूप में प्रस्तुत करना शामिल है, जिससे बनारस जैसे ऐतिहासिक शहर में मेट्रो सिटी का अनुभव किया जा सकेगा।
शहर का किया जाएगा नवीनीकरण
वाराणसी विकास प्राधिकरण ने शहरी स्थानों को सजाने के लिए एक नई परियोजना शुरू की है, जिसमें न्यूरोलॉजिस्ट पेंटिंग के माध्यम से दीवारों को आकर्षक बनाया जाएगा। इसके अलावा, नए स्ट्रक्चर्स, अपशिष्ट सामग्री से बनी बेंच, बच्चों के खेलने के उपकरण, ओपन जिम, पानी के फव्वारे और सजावटी पत्थर के बोलार्ड शामिल होंगे। पैदल पाथवे को कोबलस्टोन और डिज़ाइन की गई टाइल्स से सजाया जाएगा। सुरक्षा के लिए टेबल-टॉप स्पीड ब्रेकर, रंबल स्ट्रिप्स, ट्रैफिक सिग्नल और सजावटी लाइट्स लगाए जाएंगे। यह परियोजना स्थायी शहरी विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की जा रही है, और उम्मीद है कि दिसंबर 2024 या मार्च 2025 तक इसे पूरा कर लिया जाएगा।
Also Read
22 Nov 2024 08:47 PM
नगर निगम के मीटिंग सभागार में शुक्रवार को नगर आयुक्त अक्षत वर्मा की अध्यक्षता में "स्वच्छ सर्वेक्षण 2024" के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। और पढ़ें