काशी हिंदू विश्वविद्यालय : पारंपरिक पाठ्यक्रमों में छात्रों की कम रूचि, कई कोर्स में 90 प्रतिशत सीटें खाली

पारंपरिक पाठ्यक्रमों में छात्रों की कम रूचि, कई कोर्स में 90 प्रतिशत सीटें खाली
UPT | Banaras Hindu University

Aug 11, 2024 00:33

साहित्य विभाग के आचार्य साहित्य पाठ्यक्रम में 62 सीटों में से एक भी भरी नहीं गई, जबकि व्याकरण विभाग के आचार्य व्याकरण पाठ्यक्रम में 62 में से केवल तीन सीटों पर एडमिशन हुआ। यह स्थिति केवल...

Aug 11, 2024 00:33

Short Highlights
  • पारंपरिक पाठ्यक्रमों में छात्रों की रुचि कम
  • आचार्य व्याकरण पाठ्यक्रम में 62 में से तीन सीटों पर एडमिशन
  • विश्वविद्यालय ने स्पॉट राउंड की घोषणा की
Varanasi News : काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में इस साल कई पारंपरिक पाठ्यक्रमों में छात्रों की रूचि में कमी देखी गई है। विशेष रूप से, साहित्य विभाग के आचार्य साहित्य पाठ्यक्रम में 62 सीटों में से एक भी भरी नहीं गई, जबकि व्याकरण विभाग के आचार्य व्याकरण पाठ्यक्रम में 62 में से केवल तीन सीटों पर एडमिशन हुआ। यह स्थिति केवल इन दो पाठ्यक्रमों तक सीमित नहीं है, बल्कि विश्वविद्यालय के कई अन्य कोर्स भी इसी तरह की चुनौती का सामना कर रहे हैं।

90 फीसदी सीटें खाली
दरअसल, बीएचयू और इससे संबद्ध कॉलेजों में स्नातकोत्तर स्तर पर लगभग 8,500 सीटें हैं। हालांकि मुख्य परिसर के प्रमुख पाठ्यक्रमों में 90 फीसदी से अधिक सीटें भर गई हैं, लेकिन कई विशेष कोर्स में अभी भी काफी सीटें खाली हैं। ऐसे में पांच राउंड की प्रवेश प्रक्रिया के बाद भी, विश्वविद्यालय को खाली सीटों को भरने के लिए स्पॉट राउंड की घोषणा करनी पड़ी।



स्पॉट राउंड से बढ़ सकते हैं आंकड़ें
वैदिक दर्शन, बौद्ध एवं जैन दर्शन, ज्योतिष और व्याकरण जैसे पाठ्यक्रमों में 80 से 90 प्रतिशत सीटें खाली रह गईं। वेद विभाग के विभिन्न पाठ्यक्रमों, बायो स्टैटिस्टिक्स और ज्योतिष विभाग के कोर्स में भी कम प्रवेश देखा गया। यह स्थिति इन पारंपरिक पाठ्यक्रमों के प्रति छात्रों के बदलते रुझान को दर्शाती है। केंद्रीय प्रवेश समिति के सदस्य प्रोफसर राजेश कुमार की मानें तो स्पॉट राउंड से पोस्ट ग्रेजुएशन में दाखिला बढ़ने का अनुमान है।

'नमस्ते बीएचयू' एप से मिलेगी मदद
इस चुनौती के बावजूद, बीएचयू अपने डिजिटल पहुंच को बढ़ाने की दिशा में कदम उठा रहा है। विश्वविद्यालय ने हाल ही में 'नमस्ते बीएचयू' नाम से एक मोबाइल एप लॉन्च किया है। जिसे गूगल प्ले स्टोर या एप स्टोर से आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है। यह एप छात्रों को विश्वविद्यालय की विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा, जिसमें शैक्षणिक सूचनाएं, शिकायत दर्ज करने की सुविधा और अन्य महत्वपूर्ण संसाधन शामिल हैं। साथ ही इसमें स्टूडेंट्स को एडमिशन, फीस और एग्जाम से संबंधित शिकायतें दर्ज कराने का विकल्प मिलता है। 

ये भी पढ़ें- यूपीपीएससी सीएसएएसई का एडमिट कार्ड जारी : 18 अगस्त को होगी परीक्षा, उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड करें प्रवेश पत्र

Also Read

स्वच्छता अभियान की समीक्षा, नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने दिए कड़े निर्देश

22 Nov 2024 08:47 PM

वाराणसी Varanasi News : स्वच्छता अभियान की समीक्षा, नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने दिए कड़े निर्देश

नगर निगम के मीटिंग सभागार में शुक्रवार को नगर आयुक्त अक्षत वर्मा की अध्यक्षता में "स्वच्छ सर्वेक्षण 2024" के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। और पढ़ें