Chandauli News : जनपद को बनाया जाएगा फूल, मसाले और सब्जी उत्पादन का हब

जनपद को बनाया जाएगा फूल, मसाले और सब्जी उत्पादन का हब
सोशल मीडिया | Symbolic Image

Sep 26, 2024 20:29

उत्तर प्रदेश सरकार सूबे में बागवानी के साथ सब्जी और मसाले की खेती को बढ़ावा देने की दिशा में कदम उठा रही है। इसका उद्देश्य चंदौली जिले को फूल, सब्जी और मसाला...

Sep 26, 2024 20:29

Chandauli News : उत्तर प्रदेश सरकार सूबे में बागवानी के साथ सब्जी और मसाले की खेती को बढ़ावा देने की दिशा में कदम उठा रही है। इसका उद्देश्य चंदौली जिले को फूल, सब्जी और मसाला उत्पादन का हब बनाना है। जिला उद्यान अधिकारी शैलेन्द्र दूबे ने बताया कि इस प्रयास के तहत किसान अब परंपरागत धान और गेहूं की खेती के साथ-साथ सब्जी और मसाले की खेती में भी रुचि लेंगे। यह पहल किसानों के लिए एक नई संभावना का द्वार खोलेगी और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में मदद करेगी।

बीज वितरण की व्यवस्था
सरकार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में चयनित कृषकों के लिए विशेष योजनाएं तैयार की हैं। 27 सितंबर को 10.30 बजे जिला उद्यान अधिकारी कार्यालय के परिसर में स्टाल लगाकर संकर शाकभाजी, मसाला मिर्च और फूलों के बीजों का वितरण किया जाएगा। यह बीज वितरण इम्पैनल्ड फर्मों और कंपनियों के माध्यम से किया जाएगा, ताकि किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज मिल सके। यह कदम किसानों की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

निशुल्क बीज प्राप्त करने की प्रक्रिया
कृषकों को निशुल्क बीज प्राप्त करने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज लाना अनिवार्य होगा। इसमें आधार कार्ड, बैंक पासबुक, खतौनी और एक पासपोर्ट साइज की फोटो शामिल हैं। इन दस्तावेजों के साथ किसानों को बीज प्राप्त करने के लिए कार्यालय परिसर में उपस्थित होना होगा। यह प्रक्रिया किसानों के लिए आसान और सुविधाजनक बनाई गई है, जिससे वे आसानी से अपनी जरूरत का बीज प्राप्त कर सकें। इस पहल से किसानों को बेहतर उत्पादन में मदद मिलेगी।

Also Read

28 माह बाद शुरू की गई यह प्रक्रिया, ट्रॉली बैग को किया गया अलविदा

22 Dec 2024 10:37 AM

वाराणसी रेलवे में गार्डों के लिए लाइन बॉक्स की वापसी : 28 माह बाद शुरू की गई यह प्रक्रिया, ट्रॉली बैग को किया गया अलविदा

1 अगस्त 2022 को रेलवे बोर्ड के आदेश पर वाराणसी मंडल में गार्डों को लाइन बॉक्स हटाकर ट्रॉली बैग दिए गए थे। हालांकि ट्रॉली बैग में कम जगह होने के कारण गार्डों को आवश्यक सामग्री ले जाने में परेशानी हो रही थी। और पढ़ें