बाबा विश्वनाथ के दरबार में अन्न और धन की देवी के रूप में पूजी जाने वाली स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा इस बार भक्तों पर चांदी, पीतल और तांबे के सिक्कों का खजाना लुटाने की तैयारी में हैं। यह पहली बार है...
मां अन्नपूर्णा लुटाएंगी खजाना : भक्तों को प्रसाद में मिलेंगे चांदी, पीतल और तांबे के सिक्के, कैमरों से होगी निगरानी
Oct 26, 2024 14:09
Oct 26, 2024 14:09
मंदिर के कपाट सुबह 3:30 बजे खुलेंगे
महंत शंकर पुरी महाराज ने बताया कि इस पावन अवसर पर 29 अक्तूबर को धनतेरस के दिन मंदिर के कपाट सुबह 3:30 बजे ही खुल जाएंगे। भोर में मां अन्नपूर्णा के विशेष पूजन, शृंगार और आरती के बाद 5 बजे से आम श्रद्धालुओं के लिए दर्शन की अनुमति होगी। यह विशेष आयोजन प्रतिवर्ष केवल चार दिनों के लिए किया जाता है। लेकिन इस वर्ष लगातार दूसरे वर्ष भी भक्तों को पांच दिनों तक मां के स्वर्णमयी स्वरूप का दर्शन प्राप्त होगा। इसके अलावा मां अन्नपूर्णा के अन्य रजत विग्रहों के दर्शन भी होंगे। जिनमें मां भूमि देवी, महालक्ष्मी और महादेव शामिल हैं। धनतेरस पर इस शुभ अवसर का लाभ उठाने के लिए इस बार बड़ी संख्या में भक्तों के आने की उम्मीद है।
धनतेरस के दिन होगी विशेष पूजा
धनतेरस के पावन दिन पर एक घंटे पहले ही मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। इस दिन की महत्ता को ध्यान में रखते हुए महंत ने बताया कि विशेष अभिजीत मुहूर्त में खजाने की पूजा और माता का अभिषेक होगा। महंत के अनुसार इस बार का धनतेरस बेहद शुभ संयोग लेकर आया है और इसका सकारात्मक प्रभाव पूरे देश की समृद्धि और संपन्नता पर पड़ेगा।
भक्तों के लिए विशेष प्रसाद और सुरक्षा इंतजाम
इस बार अन्नपूर्णा मठ मंदिर द्वारा भक्तों को प्रसाद के रूप में 30 किलोग्राम चांदी के सिक्कों के साथ पीतल और तांबे के सिक्के भी वितरित किए जाएंगे। इसके साथ ही मंदिर प्रबंधन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम भी किए हैं। भक्तों के आगमन की बढ़ती संख्या को देखते हुए बांसफाटक से गोदौलिया तक बैरिकेडिंग की गई है और बांसफाटक से गेट नंबर एक ढुंढिराज के माध्यम से मंदिर में प्रवेश की व्यवस्था की गई है। मंदिर प्रबंधन ने दर्शन पथ को सुगम बनाने के लिए अस्थायी सीढ़ियों की व्यवस्था की है। जो दर्शन के बाद कालिका गली से बाहर निकलने का मार्ग प्रदान करेगा। मंदिर परिसर और उसके आसपास सुरक्षा बढ़ाने के लिए अत्याधुनिक कैमरों की संख्या में वृद्धि की गई है और सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी रखी जाएगी। इसके अलावा श्रद्धालुओं की सहायता और मार्गदर्शन के लिए सेवादार तैनात रहेंगे। अन्नपूर्णा मठ मंदिर के प्रबंधक काशी मिश्रा ने बताया कि इस विशेष आयोजन के दौरान किसी भी आपात स्थिति के लिए मेडिकल टीम भी तैनात रहेगी।
स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा का विशेष दर्शन
पिछले कई वर्षों से इस विशेष अनुष्ठान में भक्त केवल चार दिन मां अन्नपूर्णा के स्वर्णमयी स्वरूप के दर्शन कर सकते थे, लेकिन इस वर्ष भी मां अन्नपूर्णा भक्तों पर कृपा वर्षा के लिए पांच दिनों तक स्वर्णमयी स्वरूप में दर्शन देंगी। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य भक्तों को माता का आशीर्वाद देना और उन्हें अन्न-धन की समृद्धि का अनुभव कराना है।
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