त्योहारी सीजन के आते ही साइबर अपराधियों की गतिविधियां और भी बढ़ जाती हैं, जो लोगों को लुभावने ऑफर्स और डील्स का लालच देकर ठगी का शिकार बनाने की फिराक में रहते हैं। साइबर अपराधी इंटरनेट और कंप्यूटर के माध्यम से लोगों को ठगी के जाल में फंसाते हैं।
त्योहारी सीजन में साइबर अपराधियों से रहें सावधान : साइबर ठगी से बचने के लिए पुलिस ने किया आगाह, जागरूकता ही सुरक्षा का मंत्र
Oct 13, 2024 18:12
Oct 13, 2024 18:12
साइबर अपराध के बढ़ते खतरे
अपर पुलिस अधीक्षक शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि साइबर अपराधी इंटरनेट और कंप्यूटर के माध्यम से लोगों को ठगी के जाल में फंसाते हैं। वर्तमान में, विशेष रूप से त्योहारी सीजन में, ये अपराधी लोगों को आकर्षक ऑफर्स और योजनाओं का लालच देकर ठगी करने की कोशिश कर रहे हैं। इस प्रकार की ठगी से बचने के लिए लोगों को सतर्क और सावधान रहना बेहद जरूरी है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि किसी भी अज्ञात क्यूआर कोड को बिना जांचे-परखे स्कैन न करें, क्योंकि इससे आपके बैंक खाते से पैसे कट सकते हैं।
OLX पर बढ़ रही साइबर ठगी
श्री सिंह ने यह भी बताया कि OLX जैसी वेबसाइटों पर भी साइबर अपराधी सक्रिय हैं, जो पुराने सामान या वाहनों की खरीद-फरोख्त के बहाने लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। OLX एक ऑनलाइन प्लेटफार्म है जहां लोग अपने पुराने सामान या वाहनों को बेचते और खरीदते हैं। साइबर अपराधी इस प्लेटफार्म का दुरुपयोग कर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। जब कोई व्यक्ति OLX पर अपना सामान बेचने के लिए विज्ञापन पोस्ट करता है, तो अपराधी उस व्यक्ति से संपर्क कर उसे धोखा देने के इरादे से बात करते हैं। वे व्यक्ति से भुगतान के नाम पर छोटे-छोटे अमाउंट भेजकर पेमेंट रिक्वेस्ट भेजते हैं और फिर पिन डालने का झांसा देकर उनके खाते से पैसे उड़ा लेते हैं।
ठगी से ऐसे बचें
- अपनी निजी जानकारी न करें साझा: कभी भी अपनी बैंकिंग डिटेल्स, मोबाइल नंबर, या पर्सनल जानकारी किसी अज्ञात व्यक्ति से साझा न करें। साइबर अपराधी आपकी जानकारी का दुरुपयोग कर सकते हैं।
- OLX पर पहले से भुगतान न करें: अगर आप OLX पर कोई सामान खरीद रहे हैं, तो कभी भी ऑनलाइन पेमेंट न करें। जब सामान आपके घर पहुंचे तभी पैसे दें। यह तरीका आपको ठगी से बचा सकता है।
- ध्यान से पिन डालें: अगर कोई व्यक्ति आपको भुगतान करने का आश्वासन दे रहा है और आपसे पिन डालने के लिए कहता है, तो सावधान रहें। साइबर अपराधी अक्सर आपको भरोसे में लेकर पेमेंट रिक्वेस्ट भेजते हैं और फिर आपसे पिन डालने की बात करते हैं, जिससे आपके खाते से पैसे कट जाते हैं।
- QR कोड को स्कैन न करें: क्यूआर कोड को स्कैन करने से पहले पूरी तरह सुनिश्चित करें कि वह सुरक्षित है। अपराधी पेमेंट रिक्वेस्ट डालकर आपके खाते से पैसे निकाल सकते हैं।
सतर्कता ही बचाव है
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लोगों को जागरूक रहना ही साइबर अपराध से बचने का सबसे प्रभावी तरीका है। साइबर अपराधी विभिन्न प्रकार के तरीकों से लोगों को ठगी का शिकार बनाते हैं, जैसे जॉब ऑफर, विदेश में नौकरी का वादा, शादी के झांसे में फंसाना, या फिर जल्दबाजी में भुगतान करने के लिए उकसाना। इसलिए किसी भी अनजान व्यक्ति पर भरोसा करने से पहले पूरी जांच-पड़ताल कर लें और किसी भी प्रकार की आनलाइन लेन-देन में जल्दबाजी न करें।
ऑनलाइन धोखाधड़ी की स्थिति में क्या करें?
यदि आपके साथ किसी प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी हो जाती है, तो तत्काल राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें। इसके अलावा, साइबर क्राइम थाना जौनपुर या अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर साइबर हेल्पडेस्क से सहायता प्राप्त करें। पुलिस की मदद से आप समय रहते अपने नुकसान की भरपाई कर सकते हैं और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि साइबर अपराध से निपटने के लिए लोगों का सतर्क और जागरूक रहना बेहद जरूरी है। जितनी ज्यादा जागरूकता होगी, उतनी ही कम साइबर अपराधियों की ठगी करने की संभावनाएं होंगी। त्योहारों के सीजन में जब खरीदारी और ट्रांजैक्शन बढ़ जाते हैं, तब साइबर अपराधियों की गतिविधियां भी तेजी से बढ़ती हैं। ऐसे में सतर्क रहकर और जागरूकता फैलाकर ही साइबर ठगी से बचा जा सकता है।
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