भारत सरकार के द्वारा प्रदेश के समस्त जनपदों में 21वीं पशुगणना कार्यक्रम अभियान का शुभारंभ जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर किया। इस अभियान में 3444 गांवों और 200 वार्डों के पशुओं की गणना की जाएगी।
21वीं पशुगणना अभियान का शुभारंभ : जिलाधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर किया आगाज, जनपद के 3444 राजस्व ग्रामों और 200 वार्डों में जाएगी टीम
Nov 25, 2024 20:42
Nov 25, 2024 20:42
पशुओं की गणना के तरीके और प्रक्रिया
जिलाधिकारी ने कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर जनपदवासियों से अपील करते हुए कहा कि पशु ग्रामीण अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण अंग हैं और इनकी देखभाल और प्रबंधन को बेहतर तरीके से करना जरूरी है। इस कार्य में सहयोग देने के लिए कुल 45 सुपरवाइजर नियुक्त किए गए हैं। पशुओं की गणना मोबाइल ऐप के माध्यम से की जाएगी, जिससे गोवंश, महिषवंश, भेड़, बकरी, सूकर, पक्षी और अश्व प्रजातियों के आंकड़े सही रूप से एकत्र किए जा सकेंगे।
कार्य की निगरानी और नोडल अधिकारी
मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डा. ओम प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि इस पशुगणना कार्य की निगरानी के लिए डा. संजय कुमार, उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी (पशुचिकित्सा एवं स्वास्थ्य) को जनपदीय नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उन्होंने नोडल अधिकारी के संपर्क नंबर 9918229696 की जानकारी भी दी।
उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल लोग
उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान कई महत्वपूर्ण अधिकारी और स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे, जिनमें डा. संजय कुमार, डा. धर्मेन्द्र सिंह, डा. पवन कुमार, डा. अल्का मनीषा, विजय सिंह, सुनील कुमार सिंह, और अन्य पैरावेट्स शामिल थे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य जनपद में पशुओं की सही गणना कर ग्रामीण विकास में योगदान देना है।