बजरंगबली को राजभर जाति का बताने वाले उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बयान ने सियासी हलचल बढ़ा दी है।
बजरंगबली को जाति से जोड़ने पर सपा का विरोध : जाति प्रमाण पत्र के लिए फॉर्म भरने जिला मुख्यालय पहुंचे कार्यकर्ता
Dec 31, 2024 20:56
Dec 31, 2024 20:56
जाति प्रमाण पत्र का आवेदन
समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी के महानगर अध्यक्ष संदीप मिश्रा के नेतृत्व में दर्जनों सपा कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने जाति प्रमाण पत्र के लिए एक आवेदन पत्र भरा, जिसमें भगवान हनुमान का नाम "बजरंगबली," पिता का नाम "वनराज केसरी," माता का नाम "अंजनी देवी," और पता "संकट मोचन, साकेत नगर, थाना लंका, वाराणसी" लिखा गया। जाति के स्थान पर "सर्व धर्म" दर्ज किया गया। यह फॉर्म जमा करते हुए सपा कार्यकर्ताओं ने मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बयान का विरोध जताया।
राजनीतिक माहौल गरमाया
संदीप मिश्रा ने राजभर पर निशाना साधते हुए कहा कि वह अक्सर विवादित और अमर्यादित बयान देकर समाज में वैमनस्य फैलाने की कोशिश करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राजभर पहले इंसानों की जातियां बांटते थे और अब भगवान को भी जातियों में बांटने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हनुमान जी किसी जाति विशेष के नहीं हैं, वे भगवान शिव के 11वें रुद्र अवतार हैं और पूरे समाज के आराध्य हैं।
मंत्री पर आरोप
सपा कार्यकर्ताओं ने इसे धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बयान बताया और कहा कि यह केवल राजनीतिक लाभ के लिए दिया गया है। संदीप मिश्रा ने कहा कि सपा ने इस विरोध के माध्यम से यह संदेश देने का प्रयास किया है कि भगवान किसी जाति विशेष के नहीं होते, वे सभी के लिए समान हैं। इस घटना के बाद वाराणसी के राजनीतिक माहौल में गर्मी और बढ़ गई है। सपा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन ने इस विवाद को और तूल दे दिया है, जिससे आने वाले दिनों में सियासी बयानबाजी तेज होने की संभावना है।
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