प्रयागराज में आगामी महाकुंभ 2025 की भव्यता बढ़ाने के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। इसमें इस बार काशी के फूल विशेष योगदान देंगे। बनारस की नर्सरियों और फूल उगाने वाले किसानों को महाकुंभ स्थल से लेकर पूरे शहर की...
काशी के फूलों से महकेगा महाकुंभ : 15 लाख फूलों से सजेगा प्रयागराज, नर्सरी संचालकों को मिले ऑर्डर
Nov 01, 2024 14:54
Nov 01, 2024 14:54
काशी के फूलों की बढ़ती मांग
प्रयागराज के महाकुंभ के अलावा बनारस की नर्सरियों से लखनऊ, गोरखपुर, कन्नौज, और दिल्ली जैसे शहरों में भी फूलों और पौधों की मांग बढ़ी है। बनारस से गुलाब, गेंदा, जाफरी, चांदनी, डहेलिया जैसे सुगंधित फूल और एरिका पॉम, स्पाइंडल लीली, पीस लीली, धन लक्ष्मी, विष्णु कमल जैसे सजावटी पौधे भेजे जा रहे हैं। नर्सरी संचालकों के अनुसार महाकुंभ स्थल पर सजावट के लिए 15 नवंबर से फूलों के गमले रखे जाएंगे, जो मार्च तक वहां रहेंगे। इसके बाद ये गमले विभागीय संस्थानों को सौंप दिए जाएंगे।
दिल्ली और अन्य प्रमुख स्थलों पर भी बनारस के पौधे
काशी के फूलों की यह मांग सिर्फ प्रयागराज तक सीमित नहीं है। दिल्ली के राजपथ, इंडिया गेट, समाधि स्थल और राष्ट्रपति भवन में भी काशी के फूलों और पौधों से सजावट की जाएगी। गोरखपुर के बांध किनारे और गोरखनाथ मंदिर, लखनऊ में पीजीआई और पार्कों में भी बनारस के पौधों का उपयोग किया जा रहा है। कन्नौज में इत्र पार्क की सजावट भी काशी के पौधों से की गई है। इसके पहले अयोध्या में दीपोत्सव और जी-20 सम्मेलन के लिए भी काशी से फूल भेजे गए थे।
महाकुंभ के लिए नर्सरियों की तैयारी
प्रयागराज में सजावट के लिए फूलों की व्यापक मांग को पूरा करने के लिए बनारस की नर्सरियों में महीनों से तैयारी चल रही है। नर्सरी संचालक प्रमाेद कुशवाह और ब्रज मोहन ने बताया कि महाकुंभ मेले की भव्यता बनाए रखने के लिए फूलों का चयन किया गया है और सजावट के उद्देश्य से इन्हें अलग-अलग स्थानों पर लगाया जा रहा है। महाकुंभ में शामिल होने वाले लाखों श्रद्धालुओं के स्वागत में प्रयागराज शहर काशी के फूलों से महकता नजर आएगा, जो श्रद्धालुओं को सौंदर्य और भव्यता का अनुभव कराएगा।
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