वाराणसी शहर में दार्जिलिंग जैसा रोपवे बनाने जा रहा है। 2025 तक इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। इसमें 153 कार होंगी, जिनमें से हर एक कार में 10 यात्री बैठ सकेंगे।
बदलता उत्तर प्रदेश : 2025 में वाराणसी को मिलेगा दार्जिलिंग जैसा रोपवे, टूरिज्म को मिलेगी नई ऊंचाई
Sep 30, 2024 13:11
Sep 30, 2024 13:11
रोपवे की खासियत
रोपवे वाराणसी कैंटोनमेंट रेलवे स्टेशन को गोदौलिया चौक से जोड़ेगा, जो शहर के प्रमुख पर्यटन केंद्रों में से एक है। इसके अलावा, इस मार्ग में तीन और प्रमुख स्टेशन होंगे - काशी विद्यापीठ, रथ यात्रा और चर्च। इससे पूरा मार्ग 3.75 किलोमीटर लंबा हो जाएगा, जिससे यह शहर के एक कोने से दूसरे कोने तक जाने का एक तेज़ और सुविधाजनक साधन बन जाएगा।
इस रोपवे की एक खासियत यह होगी कि यह स्विट्जरलैंड से मंगवाए गए उपकरणों से बनाया जा रहा है, जो इसे अत्याधुनिक तकनीक से लैस करेगा। इसकी कुल लंबाई 3.75 किलोमीटर होगी और यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचने में मात्र 16 मिनट का समय लगेगा। 645 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा यह प्रोजेक्ट, न सिर्फ वाराणसी की यातायात व्यवस्था को सुधारेगा बल्कि शहर की सूरत भी बदल देगा।
रोपवे से यात्रा की सुविधा
इस रोपवे की खासियत यह है कि यह हर घंटे 6000 यात्रियों को सफर की सुविधा देगा। इसके लिए 153 कारें होंगी, जिनमें से हर एक में 10 यात्री बैठ सकेंगे। इससे न सिर्फ वाराणसी के सड़क यातायात पर दबाव कम होगा बल्कि पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को जाम से मुक्ति मिलेगी। इसके अलावा, यह पर्यावरण के अनुकूल भी होगा, क्योंकि यह प्रदूषण कम करने में मदद करेगा।
रथ यात्रा तक आसान यात्रा
वाराणसी के प्रमुख इलाकों में से एक, रथ यात्रा, जो कि गंगा नदी और काशी विश्वनाथ मंदिर से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, रोपवे के जरिए आसानी से पहुंचा जा सकेगा। यह क्षेत्र शहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है क्योंकि यह वाराणसी रेलवे जंक्शन के पास स्थित है। स्थानीय लोग और पर्यटक यहां अक्सर आना पसंद करते हैं। रोपवे सुविधा इस स्थान को और भी अधिक सुलभ बना देगी, जिससे शहर के अन्य हिस्सों में यात्रा करना आसान हो जाएगा।
वाराणसी का प्रमुख केंद्र
गोदौलिया चौक वाराणसी का सबसे व्यस्त और प्रमुख क्षेत्र है। यहां रोजाना बड़ी संख्या में लोग आते हैं, क्योंकि यह क्षेत्र वाराणसी रेलवे जंक्शन के पास स्थित है और काशी विश्वनाथ मंदिर व गंगा नदी से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर है। पर्यटकों के लिए यह स्थान बेहद आकर्षक है, क्योंकि यहां रेस्तरां, दुकानें और होटल जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होती हैं। रोपवे के माध्यम से गोदौलिया चौक तक पहुंचना न केवल आसान होगा, बल्कि यह यात्रियों के लिए समय और ऊर्जा की भी बचत करेगा।
2025 तक खुलने की उम्मीद
सरकार ने इस प्रोजेक्ट को 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है और इसे शहर के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। वाराणसी का यह रोपवे सिस्टम पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को एक नया अनुभव देगा और शहर को यातायात की समस्याओं से राहत मिलेगी। साथ ही, यह परियोजना वाराणसी को एक आधुनिक शहर के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगी।
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