हाल ही में हुई बारिश के कारण अकबर के मकबरे सिकंदरा में गंभीर क्षति हुई है। मुख्य प्रवेश द्वार पर लगी सुनहरी पेंटिंग्स सीलन के कारण खराब हो गई हैं। छत से रिसाव के चलते, पेंटिंग के पैनल उखड़ गए हैं
बारिश ने बर्बाद कर दी ऐतिहासिक इमारतें : अकबर के मकबरे में 400 साल पुरानी पेंटिंग खराब, सीलन से हुआ बुरा हाल
Sep 17, 2024 21:23
Sep 17, 2024 21:23
- बारिश ने बर्बाद कर दी ऐतिहासिक इमारतें
- अकबर के मकबरे में 400 साल पुरानी पेंटिंग खराब
- छत पर दिखाई दे रही सीलन
अस्थायी उपाय नहीं आ रहे काम
मकबरे के पेंटिंग्स की खराबी को रोकने के लिए एएसआई ने पाड़ लगाकर अस्थायी उपाय किया है। हालांकि, यह पाड़ पर्यटकों के लिए प्रवेश में बाधा उत्पन्न कर रहा है। सीलन के कारण विभिन्न डिजाइन के पेंटिंग्स जगह छोड़कर गिर रहे हैं, और उनके पुनर्निर्माण की संभावना भी कम है। बता दें कि अकबर के मकबरे का निर्माण कार्य मुगल शहंशाह अकबर ने वर्ष 1605 में अपनी मृत्यु से पहले ही शुरू करा दिया था, जिसे वर्ष 1612 में जहांगीर ने पूरा कराया। शमशुद्दीन के अनुसार, एएसआई की लापरवाही से अकबर के मकबरे की 400 साल पुरानी कला का संरक्षण संकट में है।
छत पर दिखाई दे रही सीलन
अकबर के मकबरे के मुख्य प्रवेश द्वार से बुर्ज तक की छत पर सीलन के दाग स्पष्ट देखे जा सकते हैं। बारिश के कारण दीवारों पर 12 फीट तक सीलन के दाग उभर आए हैं। पानी के रिसाव के कारण मकबरे की दीवारों पर गहरा प्रभाव पड़ा है, विशेषकर शहंशाह की कब्र के ऊपर बने 5 मंजिला भवन की छत से। 15 साल पहले छत का संरक्षण कार्य हुआ था, लेकिन हाल की बारिश ने पुरानी मरम्मत की प्रभावशीलता को सवालों के घेरे में ला दिया है। इस स्थिति से पेंटिंग्स और दीवारों को भारी नुकसान हो रहा है।
बनाई गई विशेषज्ञों की समिति
अकबर के मकबरे में पेंटिंग्स की रक्षा के लिए एक विशेषज्ञों की समिति बनाई गई है। अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ. राजकुमार पटेल ने जानकारी दी कि पेंटिंग्स के गिरते हुए पैनल को रोकने के लिए पाड़ लगाई गई है। समिति अब यह तय करेगी कि पेंटिंग्स को किस प्रकार से संरक्षित किया जाए। रिपोर्ट के आधार पर उचित संरक्षण कार्य किया जाएगा ताकि इन अनमोल कलाकृतियों की रक्षा की जा सके।
Also Read
23 Nov 2024 08:07 PM
वैश्विक पर्यटन नगरी में विदेशी सैलानियों के साथ होने वाले हादसे थमते हुए दिखाई नहीं दे रहे। पिछले कई दिनों से ताजमहल एवं अन्य विश्वदाय स्मारकों में विदेशी और देसी सैलानियों के साथ कई हादसे हो चुके... और पढ़ें