आगरा नगर निगम शहर को रेबीज मुक्त बनाने के लिए तीन साल तक अभियान चलाएगा। इसके लिए छह टीमें बनाई गई हैं, जिसमें 30 कर्मचारियों को इस काम की जिम्मेदारी दी गई है। इसके लिए
Agra News : स्मार्ट सिटी आगरा को रेबीज फ्री बनाने में जुटा नगर निगम, एनजीओ भी करेगा मदद
Jan 27, 2024 14:08
Jan 27, 2024 14:08
- तीन साल में आगरा को रैबीज फ्री की जाने की योजना, एनजीओ की ली जा रही मदद
- नगर निगम द्वारा प्रतिदिन 200 से 250 कुत्तों को इंजेक्शन लगाए जाएंगे
जिला अस्पताल में रोजाना 400 लोगों को लग रहा इंजेक्शन
जिला अस्पताल में प्रतिदिन 300 से 400 लोग कुत्ते या बंदर के काटने पर एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाने पहुंचते हैं। आगरा में आवारा कुत्तों के आतंक को देखते हुए नगर निगम ने इसे रेबीज मुक्त शहर बनाने के लिए अभियान शुरू किया है। गणतंत्र दिवस से शुरू हुआ यह अभियान तीन साल तक चलेगा। अभियान को पूरा करने के लिए छह टीमें बनाई गई हैं, जिसमें करीब 30 कर्मचारियों को इस काम की जिम्मेदारी दी गई है।
केंद्र सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2030 तक डॉग ईटन रेबीज को खत्म कर दिया जाए। शहर में करीब 90 हजार स्ट्रीट डॉग हैं। प्रतिदिन लगभग 200-250 कुत्तों को इंजेक्शन लगाया जाएगा। -डॉ. अजय कुमार सिंह, मुख्य पशु कल्याण अधिकारी, नगर निगम
एक साल में लक्ष्य पूरा करेंगे
नगर निगम के इस अभियान में एक एनजीओ भी मदद कर रहा है। एनजीओ के माध्यम से नेपाल के करीब 10 लोग भी इस काम में मदद कर रहे हैं। जिसका ट्रायल हरीपर्वत क्षेत्र में किया गया था। अब शहर के बॉर्डर लाइन एरिया को कवर करेंगे। इसके बाद रिंग वैक्सीनेशन सिस्टम के तहत काम करते हुए शहर के अंदर तक आएंगे। अगर किसी क्षेत्र से किसी पागल कुत्ते की सूचना आती है तो पहले उस क्षेत्र में अभियान चलाया जाएगा। एक साल में लक्ष्य पूरा करने के बाद दूसरे और तीसरे साल में भी इंजेक्शन का चक्र दोहराया जाएगा। नगर निगम का दावा है कि अब तक लगभग 40 हजार कुत्तों की नसबंदी की जा चुकी है।
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