उत्तर प्रदेश के एटा जिले में चकबंदी प्रक्रिया में जिम्मेदार अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां मरने वालों के नाम को जिंदा कर दिया गया है...
चकबंदी में लापरवाही : मृतकों के नाम दर्ज, अपना नाम जुड़वाने को जिंदा काट रहे चक्कर
Sep 30, 2024 18:34
Sep 30, 2024 18:34
ग्रामीणों की यह हैं शिकायतें
गांव के निवासी वीरपाल सिंह ने बताया कि चकबंदी की प्रक्रिया लगभग तीन साल पहले शुरू हुई थी। इस दौरान असल रकबा और नक्शे तैयार किए गए, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि मरने वालों के नाम भी इस प्रक्रिया में शामिल कर दिए गए। परिजनों ने मृत्यु प्रमाण पत्र भी चकबंदी कर्मचारियों को सौंपे थे, फिर भी उनके नाम में परिवर्तन करने के लिए उनसे रुपये मांगे जा रहे हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि चकबंदी प्रक्रिया में कई अनियमितताएं हैं, जिन्हें सुधारने की जरूरत है। 13 सितंबर को हुई बैठक में चकबंदी के पक्ष में केवल 25 वोट पड़े, जबकि विरोध में 279 वोट आए। इस नतीजे को देखते हुए ग्रामीणों ने मांग की है कि चकबंदी प्रक्रिया को तुरंत निरस्त किया जाए।
समस्याओं का किया जाएगा समाधान
प्रभारी एसओसी चकबंदी, वेदप्रिय आर्य ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायतों और समस्याओं का समाधान किया जाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि संबंधित मुद्दों का निस्तारण किया जाएगा। यह मामला एटा में प्रशासनिक लापरवाही और ग्रामीणों की समस्याओं को उजागर करता है, जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग की है ताकि उनकी समस्याओं का समाधान हो सके।
Also Read
21 Dec 2024 06:42 PM
संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संविधान निर्माता डॉ.भीमराव अंबेडकर पर की गई टिप्पणी के बाद राजनीतिक तनाव बढ़ गया है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी.... और पढ़ें