आज पूरे देश में महिला अपराध तेजी के साथ बढ़ रहा है। यह अभिशाप है। दहेज उत्पीड़न, बलात्कार एवं जमीनी विवाद जैसे मामलों में महिला अपराध बढ़ना चिंता का विषय है। यह कहना है, उत्तर प्रदेश की गवर्नर और कुलाधिपति आनंदीबेन,,,
Agra News : दुष्कर्म जैसे महिला अपराध पर गवर्नर चिंतित, कहा- शिक्षा से ही खत्म होगा अभिशाप...
Oct 22, 2024 16:30
Oct 22, 2024 16:30
सबसे अधिक आठ मेडल डॉ अर्पिता को
उत्तर प्रदेश की गवर्नर के संबोधन से पूर्व विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानंद ब्लॉक खंदारी परिसर स्थित शिवाजी मंडपम में आयोजित दीक्षांत समारोह में 117 पदक और 55 पीएचडी स्कॉलर को डिग्री प्रदान की गई। कुलपति प्रो.आशु रानी ने बताया कि समारोह में 2023-24 सत्र की 60,212 छात्र-छात्राओं को डिग्री दी गई है। इसमें 31,045 छात्र और 29,117 छात्राएं हैं। 117 मेडल दिए गए। इनमें 18 मेडल छात्रों को और 99 छात्राओं को दिए गए। उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा आठ पदक एसएन मेडिकल कॉलेज की छात्रा डॉ. अर्पिता चौरसिया को मिले हैं।
देर से पहुंचीं गोल्डन गर्ल
एसएन मेडिकल कॉलेज की गोल्डन गर्ल डॉक्टर अर्पिता चौरसिया की ट्रेन लेट होने के कारण वह समारोह में देरी से पहुंची। प्राइज डिस्ट्रीब्यूशन के बाद समारोह में पहुंच सकीं। एसएन मेडिकल कॉलेज की छात्रा डॉ. अर्पिता चौरसिया ने बताया कि वह अपने माता-पिता के साथ बांदा से महाकौशल एक्सप्रेस ट्रेन से आ रही थीं। ट्रेन लेट होने के कारण समारोह में देर से पहुंचीं हैं। हालांकि गोल्डन गर्ल डॉक्टर अर्पिता चौरसिया को समारोह संपन्न होने से पहले आठ मेडल देकर सम्मानित किया गया।
मां के गले में मेडल डालें
आंबेडकर विश्वविद्यालय के 90वें दीक्षांत समारोह के दौरान राज्यपाल ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से भी मुलाकात की। उनको मंच पर सम्मानित किया। उनके केंद्र के लिए उपहार भेंट किए। कुलाधिपति ने खेलो इंडिया के विजेताओं से भी मुलाकात की और उन्हें मंच पर बुलाकर उनके साथ तस्वीरें लीं। कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने मंच से युवाओं को दहेज न लेने और न ही देने का संदेश दिया। कहा कि सभी मेडलधारक अपने घर जाकर मां के गले में मेडल डालें। उनका आभार जताएं। उन्होंने सभी को मां के नाम से एक पेड़ लगाने की भी सलाह दी।
अधिकतर मेडल पर बेटियों का कब्जा
दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में अनिल सहस्त्रबुद्ध ने डिग्री लेने वाले छात्रों से कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से परेशान होने की कोई वजह नहीं है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिर्फ उतना काम करेगा, जितना उसे उसके शिक्षकों से प्राप्त होगा। एआई ज्यादा उपयोगी बने, इसका उपयोग भी इंसान को ही करना है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के तीन केंद्र बनाए गए हैं। इनमें कृषि के लिए रोपण स्वास्थ्य के लिए एम्स दिल्ली और स्मार्ट सिटी के लिए आईआईटी कानपुर को चुना गया है। उन्होंने विश्वविद्यालय से आह्वान किया कि वह तीनों विश्वविद्यालय से जुड़ें। स्टार्टअप तथा समाज को बेहतर बनाने की दिशा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग में अपनी भागीदारी दिखाएं।उन्होंने 118 मेडल में 99 छात्राओं के होने पर खुशी जताई। कहा कि एक जमाना था, जब बीटेक में सिर्फ एक छात्रा ही नजर आती थी। अब 60 फीसदी से ज्यादा छात्राएं बीटेक कोर्स कर रही हैं। उच्च शिक्षा में लड़कियों का आना देश की और समाज की तस्वीर बदली हुई दिखती है।
मेडल मिल गए, अब मॉडल बनना होगा
प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने छात्रों से कहा कि उन्हें मेडल मिल गए हैं, अब उन्हें समाज के लिए मॉडल बनना होगा। जीवन में जो भी करें, समाज देश और इस सृष्टि के लिए करें। अपना कर्तव्य निभाएं। विश्वविद्यालय से जो ज्ञान प्राप्त किया है, उसका उपयोग समाज को दिशा देने और उसकी व्यवस्थाओं में परिवर्तन लाने में उपयोग करें।
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