तीन दिन से जहां उत्सव और उत्साह का माहौल था, वहीं विदाई के समय उदासी छायी हुई थी। प्रभु श्रीराम संग सीताजी विदाई हो गई। जनक महल में हल्दी के थापे और जौ उछालकर जनक दुलारी मिथिला नगरी में हमेशा सम्पन्नता...
Agra News : सीय चलत ब्याकुल पुरबासी, होहिं सगुन सुभ मंगल रासी... और बिलखते रहे मिथिलावासी...
Oct 02, 2024 12:05
Oct 02, 2024 12:05
उदास हो गए राजा जनक और रानी सुनयना
सीताजी की विदाई ने जनकपुरी के हर व्यक्ति की आंखों को नम कर दिया। राजा जनक (प्रमोद वर्मा) व रानी सुनयना (मंजू वर्मा) का हृदय बेटी की विदाई की घड़ी नजदीक आने के कारण मुख्य मंच पर बारातियों की मिलनी के समय से ही उदास हो गया। तीन दिन से जिस मिथिला नगरी में खुशियां छायी थीं, आज व्याकुलता थी। रोशनी की चकाचौंध तो थी, लेकिन न तो चेहरों पर हंसी थी और न ही हृदय में प्रसन्नता।
ये भी लोग मौजूद रहे
इस अवसर पर मुख्य रूप से जनकपुरी महोत्सव समिति के अध्यक्ष गौरव अग्रवाल, गौरव राजावत, राहुल चतुर्वेदी, हेमन्त भोजवानी, राजीव शर्मा, अनुराग उपाध्याय, मुनेन्द्र जादौन, राहुल सागर, निशान्त चतुर्वेदी आदि उपस्थित थे।
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