कृषि विभाग द्वारा बेशक यह कहा जा रहा हो कि जिले के किसान भाइयों के लिए डीएपी की कोई किल्लत नहीं है, प्रचुर मात्रा में डीएपी उपलब्ध है।
आगरा में किसान दिवस : डीएपी की किल्लत को लेकर हंगामा, किसानों ने अधिकारियों पर जताई नाराजगी
Nov 20, 2024 16:49
Nov 20, 2024 16:49
किसान दिवस पर हंगामा
कृषि विज्ञान केंद्र बिचपुरी में आयोजित किसान दिवस में किसानों ने डीएपी की कमी, नहरों में टेल तक पानी न पहुंचने और सफाई में अनियमितताओं को लेकर हंगामा किया। उन्होंने शिकायत की कि शासनादेश के अनुसार जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) और सभी विभागों के जिले स्तर के अधिकारियों का कार्यक्रम में उपस्थित होना अनिवार्य है। बावजूद इसके, अधिकांश विभागों के वरिष्ठ अधिकारी नहीं आए और अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को भेज दिया। खासकर विद्युत विभाग से कोई भी प्रतिनिधि नहीं पहुंचा, जिससे किसानों में आक्रोश बढ़ गया।
किसानों की समस्याएं और मांगें
भारतीय किसान संघ के प्रदेश मंत्री मोहन सिंह चाहर ने डीएपी की किल्लत पर अधिकारियों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि अगर खाद की कोई कमी नहीं है तो किसानों को सहकारी समितियों पर लंबी कतार में क्यों खड़ा होना पड़ रहा है। उन्होंने एफपीओ (किसान उत्पादक संगठन) को डीएपी और यूरिया उपलब्ध कराने की मांग की, ताकि इससे जुड़े किसान भी लाभान्वित हो सकें। श्याम सिंह चाहर ने किसान दिवस को औपचारिकता करार देते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों में जिले स्तर के अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य होनी चाहिए। उन्होंने नहरों और माइनरों की सफाई में हो रही अनियमितताओं की जांच कराने की मांग की।
अधिकारियों और वैज्ञानिकों की उपस्थिति
इस दौरान कृषि वैज्ञानिकों और अधिकारियों ने किसानों को सरकार की योजनाओं की जानकारी दी। किसान दिवस में उप निदेशक कृषि पुरुषोत्तम मिश्रा, कृषि केंद्र प्रभारी डॉ. राजेंद्र सिंह चौहान, डॉ. भोज कुमार, आदर्श कुमार सहित कई अधिकारी और किसान नेता मौजूद रहे।
प्रदर्शन के बीच शासन को भेजी जाएगी शिकायत
किसान नेताओं ने कहा कि इस मामले की शिकायत शासन से की जाएगी और समस्याओं के समाधान के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की जाएगी। डीएपी की उपलब्धता और किसानों की अन्य समस्याओं पर प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए गए।
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