बांके बिहारी मंदिर में “सब जग होरी जा ब्रज में होरा” प्राचीन कहावत एक बार फिर बुधवार को बरस रहे गुलाल से चरितार्थ हुई है। बसंत पंचमी के अवसर पर देश-विदेश के श्रद्धालु लाखों की संख्या में पहुंचे हैं...
40 दिन के रंगोत्सव का शुभारंभ : ब्रज में शुरू हुआ होली धमाल, बांके बिहारी मंदिर में जमकर उड़ा अबीर गुलाल
Feb 14, 2024 14:10
Feb 14, 2024 14:10
- अबीर गुलाल के साथ होली पर्व की शुरुआत
- 40 दिन तक चलता है होली उत्सव
- बांके बिहारी मंदिर में मनाई होली
लाखों की संख्या में पहुंचे भक्त
बांके बिहारी मंदिर में “सब जग होरी जा ब्रज में होरा” प्राचीन कहावत एक बार फिर बुधवार को बरस रहे गुलाल से चरितार्थ हुई है। बसंत पंचमी के अवसर पर देश-विदेश के श्रद्धालु लाखों की संख्या में पहुंचे हैं। सुबह श्रृंगार आरती के बाद जैसे ही सेवायत गोस्वामियों द्वारा ठाकुर जी के चरणों में अर्पित गुलाल श्रद्धालु भक्तों के ऊपर बरसाया गया तो भक्तजन भी ठाकुरजी की इस प्रसादी में स्वयं को बार-बार रंगने को बेताब होने लगे। वहीं अपने आराध्य के संग होली खेलने का आनन्द ले रहे श्रद्धालु आनन्दित होकर जयघोष करने लगे और मन्दिर प्रांगण जयकारों से गुंजायमान हो उठा।
ऐसे मनाते हैं होली
आपको बता दें कि बसंत पंचमी वाले दिन प्रसिद्ध होली की शुरूआत होती है। यह उत्सव पूरे 40 दिन तक चलता है। 14 फरवरी 2024 से लेकर महोत्सव 25 मार्च तक चलेगा। उत्सव की शुरूआत बाकें बिहारी की आरती से होती है। पहले उनको सजाया जाता है उसके बाद उनके गुलाल अर्पित कर ठाकुर जी के साथ होली खेली जाती है। पूरे मंदिर को पीले फूलों से सजाया जाता है। इस दिन के बाद से होली खेलनी शुरू हो जाती है। 40 दिन तक ब्रज में केवल गुलाल ही दिखता है। देश-विदेश के श्रद्धालु पहले से आना शुरू हो जाते हैं। पहले से अपने ठहरने की व्यवस्था करनी पड़ती है। इतनी भीड़ के कारण कमरे पहले से ही बुक हो जाते हैं।
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