सांसद हेमा मालिनी और केबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीं नरायण ने ब्रजरज उत्सव का विधिवत शुभारंभ किया। यह उत्सव ग्यारह दिन यानी 15 नवंबर तक चलेगा...
ब्रज उत्सव में पहुंची सांसद हेमा मालिनी : 15 नवंबर तक रहेगी धूम, देखने को मिलेगीं कलाकारों की प्रस्तुतियां
Nov 05, 2024 20:56
Nov 05, 2024 20:56
5 से 15 नवंबर तक ब्रजरज उत्सव की धूम
शहर में 5 नवंबर से 15 नवंबर तक ब्रजरज उत्सव की धूम रहेगी। इस उत्सव में देश की संस्कृति का संगम देखने को मिलेगा। देश भर के प्रख्यात कलाकार धमाल मचाएंगे ब्रज और देश के प्रख्यात कलाकारों की प्रस्तुतियों के साथ ब्रज रज उत्सव में शिल्प मेला भी आयोजित होगा। मनोरंजन के लिए झूले लगाए गये हैं। फूड कोर्ट जिसमें विभिन्न प्रकार के व्यंजनों की स्टाल लगाई गई हैं। ब्रजरज उत्सव में देश के प्रख्यात कलाकार अलग-अलग विधाओं में प्रस्तुतियां देंगे।
ब्रजरज उत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झलक
ब्रजरज उत्सव में 5 नवंबर से 15 नवंबर तक विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें कई प्रतिष्ठित कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोहित करेंगे। 5 नवंबर को प्रसिद्ध अभिनेता आशुतोष राणा "हमारे राम" विषय पर अपनी प्रस्तुति देंगे। 6 नवंबर को पद्मश्री उस्ताद अहमद हुसैन और मोहम्मद हुसैन अपने सुरीले भजनों और ग़ज़लों से समां बांधेंगे। 7 नवंबर को कहानीकार हिमांशु वाजपेई, प्रज्ञा शर्मा और गोपाल दास चतुर्वेदी अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।
8 नवंबर को मेनका सिंह मंच पर आएंगी, और 9 नवंबर को श्री राम भारतीय कला केंद्र अपनी प्रस्तुति देगा। 10 नवंबर को स्वामी मेहुल का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जबकि 11 नवंबर को डिंपी मिश्रा अपनी विशेष प्रस्तुति देंगे। 12 नवंबर को मिश्रा बंधु अपनी कलाओं से मनोरंजन करेंगे और 13 नवंबर को मशहूर गायक कैलाश खेर अपने गानों से माहौल में जोश भर देंगे। 14 नवंबर को राजस्थानी संध्या का आयोजन होगा, जिसमें राजस्थानी लोक कलाकार अपनी पारंपरिक प्रस्तुतियां देंगे। समापन 15 नवंबर को कवि सम्मेलन के साथ होगा, जिसमें ब्रज के कवि अपनी कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करेंगे।
ब्रजरज उत्सव में पारंपरिक ब्रज संस्कृति और कला की झलक पेश की जाएगी, जिसमें विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां शामिल होंगी :
सांस्कृतिक प्रस्तुतियां :
- बांसुरी वादन और कथक नृत्य
- लवली लोक नृत्य, ब्रज की होली, मटका नृत्य, और रसिया दंगल
- समाज गायन, चरकुला नृत्य, गुजरी नृत्य, नौटंकी, और जुगलबंदी
- मसक, डमरू, सारंगी, बीन वादन, और रावण वध की प्रस्तुतियां
- विभिन्न सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं और प्रदर्शनियां
- स्वादिष्ट व्यंजनों के स्टॉल, फूड कोर्ट, और शिल्प मेला
- लोक नृत्य प्रदर्शनियां, झूले और रोमांचक राइड्स
- लोक रीति-रिवाजों की प्रदर्शनी
Also Read
5 Nov 2024 08:36 PM
आगरा में विवादों में रहने वाला जिला अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में है। कहने को तो यह अस्पताल जिले के साथ-साथ बाहरी जनपदों के मरीजों के लिए भी इलाज की सुविधा प्रदान करता है, लेकिन अब यह अस्पताल कुत्तों के लिए भी प्रसिद्ध हो गया है। और पढ़ें