ACP ने बताया कि पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर शहर के कुछ क्षेत्रों को वूमेन सेफ जोन में तब्दील किया जाएगा। प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में कमलानगर, न्यू आगरा और सदर शामिल हैं...
वूमेन सेफ जोन की पहल : महिला की मदद के लिए सक्रिय हुई आगरा पुलिस, ACP ने की आपात कॉल
Sep 28, 2024 21:28
Sep 28, 2024 21:28
फोन पर बातचीत
- महिला : मैं अकेली हूं और सुनसान सड़क पर खड़ी हूं। मुझे डर लग रहा है।
- पुलिस कंट्रोल रूम :आपके आस-पास कोई है?
- महिला :नहीं, कोई नहीं।
- पुलिस कंट्रोल रूम:आप कहां जाना चाहती हैं?
- महिला: मुझे आगरा कैंट जाना है।
- पुलिस कंट्रोल रूम: ठीक है, सहायता आ रही है। लेकिन आपको किराया देना होगा।
- महिला:ठीक है, कोई समस्या नहीं।
महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान
आगरा पुलिस ने रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक महिलाओं के लिए एक विशेष व्यवस्था शुरू की है। यदि किसी महिला को यात्रा करने में कठिनाई होती है, तो वह 112 कंट्रोल रूम पर कॉल करके मदद मांग सकती है। पुलिस वाहन की व्यवस्था करेगी, लेकिन महिला को अपनी मंजिल तक पहुंचने का किराया देना होगा।
सुरक्षा की समीक्षा
जांच के दौरान, ACP सुकन्या शर्मा ने एक ऑटो का उपयोग किया और ड्राइवर से बातचीत की। उन्होंने जानने की कोशिश की कि रात में महिलाओं के लिए किस तरह की चुनौतियां हो सकती हैं। इसके अलावा, उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि जिस ऑटो में वह यात्रा कर रही थीं, उसका पुलिस सत्यापन हुआ है।
ऑटो ड्राइवर से पूछे गए सवाल
- कितनी महिलाएं ऑटो में बैठती हैं?
- सुरक्षा के लिए क्या कदम उठाते हैं?
- वर्दी क्यों नहीं पहनते?
- नाम प्लेट क्यों नहीं लगी?
वुमेन सेफ्टी मिशन
आगरा में 100 ऑटो का सत्यापन किया गया है, जो वुमेन सेफ्टी मिशन का हिस्सा हैं। इन ड्राइवरों को विशेष वर्दी पहनने और नाम प्लेट लगाने के निर्देश दिए गए हैं, और पुलिस के पास इनका रिकॉर्ड है।
सुरक्षित क्षेत्र की पहचान
ACP ने बताया कि पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर शहर के कुछ क्षेत्रों को वूमेन सेफ जोन में तब्दील किया जाएगा। प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में कमलानगर, न्यू आगरा और सदर शामिल हैं, जहां सीसीटीवी कवरेज की सुविधा उपलब्ध है। भविष्य में अन्य क्षेत्रों को भी इस योजना में शामिल किया जाएगा।