कुख्यात अपराधी सुंदर भाटी व उसके गैंग को सजा सुनाने वाले जज डॉक्टर अनिल कुमार सिंह पर हमले का प्रयास की घटना ने अलीगढ़ पुलिस की नींद उड़ा रखी है। घटना में प्रयुक्त बोलेरो गाड़ी की नम्बर फर्जी बताया जा रहा है।
बोलेरो गाड़ी का नंबर प्लेट बदलकर जज को निशाना बनाने की रची गई साजिश : 150 से ज्यादा CCTV खंगाले गए, सात सौ बोलेरो गाड़ी की गई सर्च
Nov 13, 2024 01:49
Nov 13, 2024 01:49
- खैर इलाके में आने वाली सभी बोलेरो गाड़ी का नम्बर किया जा रहा सर्च
- सीसीटीवी व आरटीओ विभाग से ली जा रही मदद
- नये सिरे से CCTV कैमरे देखे जा रहे हैं
- गाड़ी के नम्बर प्लेट से की गई हो छेड़छाड़
- जज ने सुन्दर भाटी गैंग को सुनाई थी आजीवन कारावास की सजा
खैर इलाके में आने वाली सभी बोलेरो गाड़ी का नम्बर किया जा रहा सर्च
बीते शनिवार को तहरीर मिलने के बाद थाना खैर में मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं क्षेत्राधिकारी वरुण कुमार सिंह इस घटना की तह में जाकर बदमाशों का खुलासा करने के प्रयास में लगे हैं। घटना के बाद से ही एक पुलिस टीम अलीगढ़ - पलवल मार्ग पर शिवाला रोड से टैंटी गांव रोड तक के सभी सीसीटीवी कैमरे खंगालने में जुटी हैं। लेकिन रात के अंधेरे के चलते बोलेरो गाड़ी के विषय में सुराग नहीं मिल सका। इसके बाद अलीगढ़ की ओर से आने वाली सभी बोलेरो गाड़ियों का सीसीटीवी फुटेज खैर क्षेत्र में देखा जा रहा है।
सीसीटीवी व आरटीओ विभाग से ली जा रही मदद
इसके साथ ही फर्रुखाबाद से अलीगढ़ तक के सभी टोल प्लाजा और हाईवे के सीसीटीवी फुटेज दिखवाने के लिए भी पुलिस टीम लगाई गई है। इस दौरान पुलिस यह जानने का प्रयास भी कर रही है कि जज की गाड़ी का पीछा कहां से शुरू किया गया, फिर सोफा चौकी के पास से बोलेरो गाड़ी वापस यू टर्न करके लौटी तो कहां गई। खैर क्षेत्राधिकारी वरुण कुमार सिंह बताते हैं कि सीसीटीवी व आरटीओ की मदद से घटना के एक-एक पहलू को चिन्हित कर जांच की जा रही है। वहीं, अभी तक किसी ठोस नतीजे पर पुलिस नहीं पहुंच सकी है। महत्वपूर्ण सुराग खोजे जा रहा है। पुलिस का लगातार प्रयास जारी है।
नये सिरे से CCTV कैमरे देखे जा रहे हैं
पुलिस की टीम अलीगढ़ में खेरेश्वर चौराहे से लेकर खैर, जट्टारी, टप्पल व यमुना एक्सप्रेस वे इंटरचेंज और टोल तक के करीब 150 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले गये। लेकिन अभी तक जो बोलेरो गाड़ी का नंबर बताया गया है। उसकी कोई ठोस जानकारी नहीं मिली। पुलिस फिर से टुकड़ों में सीसीटीवी कैमरे खंगालने में जुटी है। यह भी हो सकता है कि बदमाश पहले से ही खैर के रास्ते में बोलेरो गाड़ी लेकर खड़े हो और जज की गाड़ी देखकर अचानक उनका पीछा किया या फिर रुकवाने का प्रयास किया हो। खैर के गोमत चौराहे के बाद से सोफा चौकी के बीच में सीसीटीवी कैमरे कम है। इसलिए नए सिरे से सीसीटीवी देखने का पुलिस प्लान कर रही है।
गाड़ी के नम्बर प्लेट से की गई हो छेड़छाड़
जज द्वारा दर्ज कराये गये मुकदमे में बोलेरो का नंबर UP 81 7882 बताया गया है। यह नंबर अलीगढ़ जनपद आरटीओ का है, लेकिन अधूरा है। इसके चलते 7882 की सभी सीरीज आरटीओ से दिखाई गई है। इस नंबर पर किसी भी सीरीज में बोलेरो गाड़ी का पंजीकरण नहीं पाया गया है। ऐसे में यही माना जा रहा है की वारदात को अंजाम देने वालों ने जानबूझकर भ्रमित करने के इरादे से फर्जी नंबर प्लेट लगाया है। ताकि बदमाश वारदात को अंजाम देकर आसानी से निकल जाए और पुलिस अलीगढ़ में ही घूमती रहे। वहीं, बोलेरो के गाड़ी के नंबर के आधार पर जानकारी नहीं मिलने पर पुलिस ने आरटीओ से सफेद रंग की सभी बोलेरो गाड़ी का डाटा मांगा है, ताकि कोई सफलता मिल सकें। यह भी हो सकता है कि नंबर प्लेट से जानबूझ कर छेड़छाड़ की गई हो क्यों कि दो नम्बर गायब बताये जा रहे है।
जज ने सुन्दर भाटी गैंग को सुनाई थी आजीवन कारावास की सजा
फर्रुखाबाद में तैनात जज डॉ अनिल कुमार सिंह ने थाना खैर में घटना के 11 दिन बाद मुकदमा दर्ज कराया है। जिसमें उन्होंने बताया कि दीपावली पर वह अपनी गाड़ी से नोएडा जा रहे थे। खैर थाना क्षेत्र के गौमत चौराहे पर जट्टारी की ओर जाते समय बोलेरो सवार पांच अज्ञात लोगों ने उनकी गाड़ी को रोकने और हमले का प्रयास किया। उन्होंने मुकदमे में यह भी बताया कि गौतम बुद्ध नगर में तैनाती के दौरान सुंदर भाटी और उनके गिरोह के 11 लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। इसी फैसले को लेकर उन्होंने अंदेशा जताया कि सुंदर भाटी और उनके गिरोह के सदस्य बदला लेने के इरादे से हमला करना चाहते हैं। एसपी ग्रामीण मुकेश चंद उत्तम ने बताया कि घटना को लेकर जांच की जा रही है। गाड़ी नंबर व सीसीटीवी की मदद से बदमाशों का सुराग लगाने में पुलिस काम कर रही है।
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