हाथरस सत्संग हादसे की जांच में एसआईटी ने कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने रखे हैं। जांच रिपोर्ट में आयोजकों, सेवादारों और प्रशासन की गंभीर लापरवाही उजागर हुई है।
हाथरस भगदड़ कांड की पूरी रिपोर्ट : पढ़िए एसआईटी जांच में सामने आई दस बड़ी बातें...
Jul 09, 2024 13:09
Jul 09, 2024 13:09
Hathras News : हाथरस सत्संग हादसे की जांच में एसआईटी ने कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने रखे हैं। जांच रिपोर्ट में आयोजकों, सेवादारों और प्रशासन की गंभीर लापरवाही उजागर हुई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा एक्शन लेते हुए तत्काल प्रभाव से एसडीएम समेत छह अफसर सस्पेंड कर दिए हैं। साथ ही, एसआईटी ने इस घटना के पीछे किसी बड़ी साजिश की संभावना से भी इनकार नहीं किया है। पढ़िए एसआईटी जांच में सामने आई दस बड़ी बातें...
1. सबसे बड़े जिम्मेदार : सेवादार मनमानी न करते तो इतना बड़ा हादसा न होता। एसआईटी ने प्रारंभिक जांच में चश्मदीद गवाहों व अन्य साक्ष्यों के आधार पर कार्यक्रम आयोजकों को हादसे के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार माना है।2. सबसे बड़ी आशंका : जांच समिति ने हादसे के पीछे किसी बड़ी साजिश की संभावना से इनकार नहीं किया और गहन जांच की आवश्यकता बताई। सरकार की ओर से गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग भी इस बिंदु पर जांच कर रहा है।
3. सबसे बड़े लापरवाह : उप जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस क्षेत्राधिकारी, थानाध्यक्ष, तहसीलदार और दो चौकी इंचार्ज ने अपने दायित्वों का निर्वहन करने में लापरवाही बरती गई।
4. सबसे बड़ी चूक : उप जिला मजिस्ट्रेट सिकन्दराराऊ ने बिना कार्यक्रम स्थल का मुआयना किए आयोजन की अनुमति दे दी और वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित नहीं किया।
5. सबसे बड़ा जानलेवा धोखा : आयोजकों ने तथ्यों को छिपाकर कार्यक्रम की अनुमति ली, अनुमति की शर्तों का पालन नहीं किया, और अप्रत्याशित भीड़ के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं की।
6. सबसे बड़ा सवाल : जिन सेवादारों पर सत्संग के सुचारू संचालन की जिम्मेदारी थी, वो हादसे के बाद कहां थे? एसआईटी रिपोर्ट में कहा गया है कि भगदड़ होने पर आयोजक मंडल के सदस्य घटना स्थल से भाग गए।
7. सबसे बड़ी अनदेखी : सत्संगकर्ता और भीड़ को बिना सुरक्षा प्रबंध के मिलने की छूट दी गई। भारी भीड़ के बावजूद कोई बैरीकेडिंग या पैसेज की व्यवस्था नहीं की गई।
8. सबसे बड़ी मनमानी : आयोजक मंडल से जुड़े लोग अव्यवस्था फैलाने के दोषी पाए गए हैं। बिना विधिवत पुलिस वेरिफिकेशन के जोड़े गए लोगों से अव्यवस्था फैली।
9. सबसे बड़ी अराजकता : आयोजक मंडल द्वारा पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया गया और स्थानीय पुलिस को कार्यक्रम स्थल पर निरीक्षण से रोकने का प्रयास किया गया।
10. अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई : एसआईटी की संस्तुति पर उप जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस क्षेत्राधिकारी, थानाध्यक्ष, तहसीलदार और दो चौकी इंचार्ज सहित छह अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
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