जिला अस्पताल में घूम रहे आवारा कुत्ते : रोज पहुंच रहे रैबीज के 400 मरीज, जिम्मेदार नहीं ले रहे सुध

UPT | जिला अस्पताल में घूम रहे आवारा कुत्ते

Nov 05, 2024 21:10

आगरा में विवादों में रहने वाला जिला अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में है। कहने को तो यह अस्पताल जिले के साथ-साथ बाहरी जनपदों के मरीजों के लिए भी इलाज की सुविधा प्रदान करता है, लेकिन अब यह अस्पताल कुत्तों के लिए भी प्रसिद्ध हो गया है।

Agra News : आगरा में विवादों में रहने वाला जिला अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में है। कहने को तो यह अस्पताल जिले के साथ-साथ बाहरी जनपदों के मरीजों के लिए भी इलाज की सुविधा प्रदान करता है, लेकिन अब यह अस्पताल कुत्तों के लिए भी प्रसिद्ध हो गया है। जिला अस्पताल के किसी भी वार्ड या ओपीडी परिसर में कुत्ते आराम से घूमते हुए देखे जा सकते हैं, बल्कि ये कुत्ते अस्पताल के वार्डों में विश्राम करते हुए भी दिखाई देते हैं। खासकर बच्चा वार्ड में इन कुत्तों की उपस्थिति गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि यदि किसी मरीज को कुत्ता काट ले, तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा? इस सवाल का जवाब फिलहाल जिला अस्पताल प्रशासन के पास नहीं है। 

हर दिन आ रहे रैबीज के मरीज
शहर और ग्रामीण इलाकों में कुत्तों और बंदरों का आतंक किसी से छिपा नहीं है। नगर निगम ने इनकी रोकथाम के लिए करोड़ों रुपये का टेंडर जारी करने का दावा किया था, लेकिन कुत्तों और बंदरों की संख्या में कोई कमी नहीं आई। लोग कुत्तों के काटने पर रैबीज का इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल पहुंचते हैं, और यहां हर दिन लगभग 400 मरीज कुत्तों के काटने का इलाज कराने आते हैं। लेकिन जब मरीज खुद इलाज के लिए अस्पताल पहुंचते हैं और वहां कुत्तों की अधिक संख्या देखी जाती है, तो उनका डर स्वाभाविक है। 

बच्चा वार्ड में भी घूमते हैं कुत्ते
जिला अस्पताल के कई वार्डों में कुत्ते विश्राम करते हुए देखे जा सकते हैं। इनमें से कुछ कुत्ते तो बच्चा वार्ड में भी आराम से घूमते हुए पाए गए हैं। ऐसे में अगर कोई बच्चा उपचार के दौरान कुत्ते के काटने का शिकार हो जाता है, तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? लेकिन जिला अस्पताल प्रशासन इस जिम्मेदारी को लेने के लिए तैयार नहीं दिखाई दे रहा। जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक, डॉ. राजेंद्र अरोड़ा ने इस मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि उन्होंने कई बार नगर निगम को इन आवारा कुत्तों के बारे में लिखा है और नगर निगम के अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से भी फोन किया है।

कोर्ट के आदेश का दिया हवाला
उन्होंने कहा कि वे इससे अधिक कुछ नहीं कर सकते। जब प्रमुख अधीक्षक से यह पूछा गया कि कुत्ते अस्पताल के वार्डों में आराम से घूमते हुए दिखाई देते हैं, तो डॉ. अरोड़ा ने कहा कि अस्पताल में कुत्ते नहीं घूमते। उन्होंने बचाव में एक कोर्ट के आदेश का हवाला दिया और कहा कि जानवरों को यहां से भगाना संभव नहीं है, क्योंकि ऐसा करने पर उन्हें कानूनी समस्या हो सकती है। वहीं, उत्तर प्रदेश टाइम्स की टीम ने बच्चा वार्ड का निरीक्षण किया, जहां तीन कुत्ते आराम से घूमते हुए पाए गए। इस बारे में टीम के पास इसका साक्ष्य भी मौजूद है। अब यह देखना होगा कि स्वास्थ्य विभाग और आगरा प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है।

Also Read