Agra News : महिला अपराधों में लगातार वृद्धि, सुरक्षा के सरकारी दावों पर सवाल

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Sep 05, 2024 23:32

आगरा में महिला सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी जागरूकता अभियान और मिशन शक्ति की कोशिशों के बावजूद महिला अपराधों की घटनाओं में कमी नहीं आ रही है।

Agra News : आगरा में महिला सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी जागरूकता अभियान और मिशन शक्ति की कोशिशों के बावजूद महिला अपराधों की घटनाओं में कमी नहीं आ रही है। लेकिन आगरा पुलिस कमिश्नरी के आंकड़े और हालिया घटनाएं इस दावे की सच्चाई पर सवाल उठाती हैं।

महिला अपराधों में लगातार वृद्धि
आगरा पुलिस कमिश्नरी के अधिकारी और कर्मचारी शहर से लेकर देहात तक महिलाओं को सुरक्षा के प्रति जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं। गली-मोहल्लों से लेकर गांवों तक पुलिस की टीमों ने अभियान चला रखा है। इसके बावजूद, पिछले सात महीनों में महिला अपराधों में भारी वृद्धि देखने को मिली है। हर तीसरे दिन एक महिला के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आ रही है और छेड़छाड़ की घटनाओं की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।

11 अगस्त का मामला 
11 अगस्त 2024 को आंबेडकर विश्वविद्यालय की एक इंजीनियरिंग छात्रा ने थाना सिकंदरा में दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया। छात्रा ने आरोप लगाया कि IIT जम्मू के एक एमटेक छात्र ने उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने 16 दिन बाद आरोपी को गिरफ्तार किया, लेकिन इस प्रक्रिया में पीड़िता को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।

21 अगस्त का मामला 
21 अगस्त को सिटी जोन के थाना सदर क्षेत्र में 16 वर्षीय किशोरी के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई। इस घटना में भाजपा नेता प्रेम चंद कुशवाहा के चालक पर आरोप लगा और विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया। वहीं, इसी दिन थाना बसई अरेला में एक किशोरी का शव फंदे पर लटका मिला, जिसे हत्या का मामला बताया गया।

25 अगस्त का मामला
25 अगस्त को थाना एत्माददौला क्षेत्र में 3 युवकों ने एक किशोरी को अगवा कर दुष्कर्म किया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया। इसके अलावा, 27 अगस्त को थाना ताजगंज में 8 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई, जिसमें आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया।

सुरक्षा के सरकारी दावों पर सवाल
हालांकि, उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा छात्राओं की सुरक्षा के लिए गठित एंटी रोमियो टास्क फोर्स की 44 टीमें और 150 से अधिक मोबाइल टीमें शहर में गश्त के लिए तैनात हैं, लेकिन वास्तविकता यह है कि इन टीमों की सक्रियता में कमी देखी जा रही है। पुलिस आयुक्त के निर्देशों के बावजूद, इन टीमों की धरातल पर मौजूदगी और निगरानी में कमी देखने को मिल रही है। जनवरी से लेकर जुलाई तक आगरा पुलिस कमिश्नरी में छेड़छाड़ के 170 मामले, दहेज उत्पीड़न के 500 मामले और दुष्कर्म के 90 मामले दर्ज किए गए हैं। इस स्थिति को देखते हुए, महिला सुरक्षा की स्थिति पर गंभीर प्रश्न उठ रहे हैं और प्रभावी सुधार की आवश्यकता महसूस की जा रही है।

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