Mathura News : जोधपुर झाल वेटलैंड पर पहली बार दिखे प्रवासी पक्षी रोजी पेलिकन

UPT | प्रवासी पक्षियों का समूह

Jan 14, 2025 19:31

उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा विकसित जोधपुर झाल वेटलैंड पर इस बार प्रवासी पक्षियों की एक नई और दुर्लभ प्रजाति ने दस्तक दी है।

Mathura News : उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा विकसित जोधपुर झाल वेटलैंड पर इस बार प्रवासी पक्षियों की एक नई और दुर्लभ प्रजाति ने दस्तक दी है। यहां पहली बार 38 की संख्या में दो समूहों में प्रवासी पक्षी रोजी पेलिकन (Great White Pelican) पहुंचे हैं, जिन्होंने इस वेटलैंड को और भी आकर्षक बना दिया है। यह घटना जोधपुर झाल वेटलैंड के संरक्षण और पक्षियों के लिए बेहतर आवास की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है।

पहली बार दिखे प्रवासी पक्षी रोजी पेलिकन के दो समूह
आगरा और मथुरा जनपद के बीच स्थित फरह क्षेत्र में स्थित जोधपुर झाल का संरक्षण उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा किया जा रहा है। इस प्रयास से यह क्षेत्र पक्षियों के लिए एक आदर्श स्थल बन चुका है, जहां देश-विदेश से विभिन्न प्रकार के पक्षी आकर शीतकालीन प्रवास करते हैं। अब तक इस क्षेत्र में यूरोप से आने वाली पेलिकन की प्रजातियां भरतपुर के घना और आगरा के सूरसरोवर में देखी जाती थीं, लेकिन इस बार रोजी पेलिकन ने जोधपुर झाल पर पहली बार कदम रखा है।

जोधपुर झाल पक्षियों के लिए आदर्श आवास बना
बायोडायवर्सिटी रिसर्च एंड डवलपमेंट सोसाइटी के पक्षी विशेषज्ञ डॉ. के पी सिंह ने बताया कि भारत में पेलिकन की तीन प्रमुख प्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें डालमेशन पेलिकन और ग्रेट-व्हाइट पेलिकन (रोजी पेलिकन) प्रवासी प्रजातियां हैं। ये पक्षी मुख्य रूप से सर्दियों में भारत आते हैं, और अब जोधपुर झाल पर इनकी मौजूदगी ने इसे और भी खास बना दिया है। रोजी पेलिकन अपने विशाल आकार के लिए प्रसिद्ध है, और इसका वैज्ञानिक नाम पेलेकेनस ओनोक्रोटलस है।



रोजी पेलिकन के बारे में की जानकारी साझा
निधि यादव, जो जलीय पक्षियों पर शोध कर रही हैं, ने बताया कि पेलिकन के लिए स्वच्छ पानी की झील एक आदर्श आवास होता है, और उनका मुख्य आहार मछलियां हैं, जिन्हें ये अपनी चोंच में बनी थैली में पकड़ कर रखते हैं। जोधपुर झाल में इन पक्षियों की उपस्थिति इस क्षेत्र के लिए एक गौरव का क्षण है।

पेलिकन के लिए स्वच्छ पानी की झील आदर्श आवास
ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ श्याम बहादुर सिंह ने बताया कि जोधपुर झाल वेटलैंड के विकास की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है। मथुरा वृंदावन विकास प्राधिकरण द्वारा निर्माण कार्य और वन विभाग द्वारा पौधरोपण की जिम्मेदारी दी गई है। इस वेटलैंड को पक्षियों के लिए अनुकूल और पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा रहा है। इस बार कई नई प्रजातियों के पक्षी यहां पहुंचे हैं, जिनमें सफ़ेद गिद्ध भी शामिल है, जो कि विलुप्तप्राय प्रजाति में है।

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