Mainpuri Lok Sabha Seat : सपा उम्मीदवार डिंपल यादव को मिली जीत, फिर भाजपा को मिली यहां से निराशा

UPT | मैनपुरी लोकसभा सीट से डिंपल यादव को मिली जीत

Jun 04, 2024 17:59

मैनपुरी लोकसभा सीट से सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को जीत मिली है। मैनपुरी के जनता ने डिंपल यादव को इस बार भी भरपूर प्यार दिया और फिर से यहां...

Dimple Yadav Profile : मैनपुरी लोकसभा सीट से सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को जीत मिली है। मैनपुरी के जनता ने डिंपल यादव को इस बार भी भरपूर प्यार दिया और फिर से यहां से उन्हें सांसद बनाया है। डिंपल यादव को 598526 मतों मिले है। डिंपल यादव ने 221639 मतों के भारी अंतर के साथ जीत हासिल की है। मैनपुरी लोकसभा सीट को सपा का गढ़ कहा जाता है। साल 1996 से लगातार मैनपुरी सीट से समाजवादी पार्टी ही जीतती आ रही है। हालांकि कई बार भारतीय जनता पार्टी ने टक्कर देने का प्रयास किया लेकिन जीत हमेशा समाजवादी पार्टी की हुई।

महाराष्ट्र में जन्म तो लखनऊ में की पढ़ाई
डिंपल यादव का जन्म 1978 में महाराष्ट्र के पुणे शहर में हुआ था। वे भारतीय सेना के सेवानिवृत्त कर्नल आर.एस. रावत और चम्पा रावत की तीनों पुत्रियों में से मंझली पुत्री हैं। डिंपल का परिवार मुख्य रूप से उत्तराखंड क रहने वाला हैं। डिंपल यादव ने अपनी पढ़ाई पुणे, बठिंडा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लखनऊ के आर्मी पब्लिक स्कूल से की है। डिंपल ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से कॉमर्स डिग्री हासिल की है।

दादी ने दिया डिंपल और अखिलेश का साथ
डिंपल और अखिलेश यादव की मुलाकात छात्र जीवन में ही हुई थी। लेकिन उनके प्यार की कहानी ने मंजिल पाने के लिए काफी संघर्ष का सामना किया। डिंपल और अखिलेश यादव की शादी के लिए यादव परिवार राजी नहीं हो रहा था, लेकिन अखिलेश की दादी ने डिंपल और अखिलेश का साथ दिया और उसके बाद पूरे परिवार के समर्थन के साथ दोनों की शादी हो गई। अखिलेश यादव को "भईया" कहने के कारण उत्तर प्रदेश की जनता ने डिंपल यादव को "डिंपल भाभी" का नाम दिया।

कैसे हुई डिंपल की राजनीति में एंट्री
डिंपल यादव ने साल 2009 में फिरोजाबाद लोकसभा सीट से उपचुनाव में हार गई थीं। उन्हें उपचुनाव में हराने का क्रेडिट अभिनेता से नेता बने राज बब्बर को जाता है। दरअसल 2009 के आम चुनाव में अखिलेश यादव ने फिरोजाबाद और कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव लड़े थे और उन्होंने दोनों सीटों पर विजय हासिल की थी। जिसके बाद फिरोजाबाद सीट को उन्होंने छोड़ दिया था तो वहां पर उपचुनाव हुआ था। इसके बाद डिंपल यादव साल 2012 में कन्नौज लोकसभा सीट से सांसद चुनी गई थीं। इस समय अखिलेश यादव ने यूपी के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

मुलायम सिंह का मौत के बाद डिंपल को मिली कन्नौज सीट
2014 के लोकसभा चुनाव में डिंपल ने कन्नौज लोकसभा सीट से जीत दर्ज की थी। हालांकि, 2019 के आम चुनाव में उन्हें भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार सुब्रत पाठक से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण मैनपुरी लोकसभा सीट खाली हो गई थी। इसके बाद 2022 में मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुए थे। जिसमें डिंपल यादव ने एक बड़ी जीत हासिल की। जिसे देखकर समाजवादी पार्टी ने 2024 के आम चुनाव में फिर से उन्हें मैनपुरी लोकसभा सीट से उतारा था। इस बात भी यहां की जनता ने समाजवादी पार्टी और डिंपल यादव को भरपूर प्यार दिया।

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