: किरण बेदी बोलीं-रतन टाटा देश के अमूल्य रत्न, टाटा समूह में ला दी क्रांति

UPT | डॉ. किरण बेदी ने रतन टाटा को देश का अमूल्य रतन बताया

Dec 30, 2024 01:36

रतन टाटा की विरासत पर बोलते हुए डॉ. किरण बेदी ने कहा कि रतन टाटा वास्तव में पूरे वतन का रतन थे, भारत देश का एक अमूल्य रत्न। उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल टाटा समूह में क्रांति ला दी।

Aligarh News : रतन टाटा की विरासत पर बोलते हुए डॉ. किरण बेदी ने कहा कि रतन टाटा वास्तव में पूरे वतन का रतन थे, भारत देश का एक अमूल्य रत्न। उनके दूरदर्शी नेतृत्व ने न केवल टाटा समूह में क्रांति ला दी, बल्कि ईमानदारी, नवाचार और परोपकार के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता के माध्यम से देश के विकास में भी बहुत योगदान दिया। शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और ग्रामीण विकास में उनके काम ने लाखों लोगों को प्रभावित किया है और आने वाली पीढ़ियों को लाभान्वित करना जारी रखेगा। पुडुचेरी की पूर्व उपराज्यपाल डॉ. किरण बेदी  ने अलीगढ़ के सेंटर फॉर नरेंद्र मोदी स्टडीज (नमो केंद्र) द्वारा आयोजित प्रथम रतन टाटा : भारत के रतन स्मारक व्याख्यान में मुख्यवक्ता के रुप में बोल रही थी। रतन टाटा की जयंती पर इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित इस कार्यक्रम में विद्वानों, सामाजिक नेताओं, शिक्षाविदों, उद्योग विशेषज्ञों और छात्रों सहित कई लोगों ने भाग लिया।

रतन टाटा की विनम्रता और राष्ट्र के प्रति समर्पण 
डॉ. किरण बेदी ने कहा  कि जो चीज उन्हें सबसे अलग बनाती है, वह है उनकी विनम्रता और राष्ट्र की सेवा के प्रति उनका समर्पण, रतन टाटा ने हमें सिखाया कि सच्चा नेतृत्व दूसरों के कल्याण को खुद से पहले रखना है । करुणा और उत्कृष्टता की उनकी विरासत भविष्य की पीढ़ियों को एक बेहतर, अधिक समावेशी भारत के निर्माण में प्रेरित और मार्गदर्शन करती रहेगी।

रतन टाटा का असाधारण योगदान
डॉ. किरण बेदी ने इस तरह के महत्वपूर्ण कार्यक्रम के आयोजन के लिए सेंटर फॉर नरेंद्र मोदी स्टडीज की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि यह वास्तव में सराहनीय है कि नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र ने भारत के लिए रतन टाटा के असाधारण योगदान का सम्मान करने की पहल की है। इस तरह के कार्यक्रम दूसरों को उनकी उत्कृष्टता और राष्ट्र की सेवा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं।

रतन टाटा ने समाज के प्रति दिखाया समर्पण 
भारत सरकार के राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष किशोर मकवाना ने रतन टाटा के नेतृत्व की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि रतन टाटा की विरासत हर भारतीय को प्रेरित करती है । उनकी ईमानदारी, दयालुता और समाज के प्रति समर्पण ने एक बेहतरीन मिसाल कायम की है। उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने विकास किया और देश की मदद की। उनका काम आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। मिशन सेवार्थ सेवा फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. बसंत गोयल ने भी रतन टाटा के प्रभाव की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि रतन टाटा बहुत विनम्र और सेवाभावी व्यक्ति थे। समाज के प्रति उनके योगदान और बेहतर भविष्य के लिए उनके दृष्टिकोण ने भारत की बहुत मदद की है। 

रतन टाटा पर आधारित स्मारिका का विमोचन किया गया 
 नमो केंद्र के अध्यक्ष प्रो. जसीम मोहम्मद ने उद्घाटन भाषण दिया और सभी गणमान्य व्यक्तियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का हार्दिक संदेश साझा करते हुए कहा, "श्री रतन टाटा जी एक दूरदर्शी कारोबारी नेता, एक दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान थे। उन्होंने कहा कि रतन टाटा ने भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित व्यापारिक घरानों में से एक को स्थिर नेतृत्व प्रदान किया, साथ ही अपनी विनम्रता, दयालुता और समाज को बेहतर बनाने के लिए अटूट प्रतिबद्धता के माध्यम से कई लोगों के बीच लोकप्रिय हुए। उन्होंने यह भी घोषणा की कि रतन टाटा मेमोरियल व्याख्यान एक वार्षिक परंपरा होगी, जिसमें टाटा के विनम्रता, सेवा और राष्ट्र निर्माण के मूल्यों का सम्मान किया जाएगा। जो 9 अक्टूबर को प्रतिवर्ष होगा। डॉ. बसंत गोयल और डॉ. जसीम मोहम्मद द्वारा संपादित स्मारिका, "रतन नवल टाटा: भारत के महान पुत्र" का लोकार्पण किया गया। प्रख्यात समाजसेवी डॉक्टर बसंत गोयल को ' रतन टाटा बिज़नेस एक्सीलेंस अवॉर्ड' से किरण बेदी ने सम्मानित किया।

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