करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह चौहान गिरफ्तार : संभल जाने से पहले पुलिस ने रोका  

UPT | संभल जाने से करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष को रोका

Nov 27, 2024 19:10

खिल भारतीय करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर ज्ञानेंद्र सिंह चौहान को पुलिस ने उनके निवास से गिरफ्तार कर थाना बन्ना देवी ले जाया है । पुलिस ने उन्हें संभल जाने से रोकने के लिए कदम उठाया।

Short Highlights
  • संभल हिंसा पर बयान से बढ़ा विवाद 
  • दो दिन पहले किया था प्रदर्शन
Aligarh news : अखिल भारतीय करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर ज्ञानेंद्र सिंह चौहान को पुलिस ने उनके निवास से गिरफ्तार कर थाना बन्ना देवी ले जाया है । पुलिस ने यह कार्रवाई उन्हें संभल जाने से रोकने के लिए की है , जहां हाल ही में हुई हिंसा को लेकर स्थिति संवेदनशील बनी हुई है। इससे पहले पुलिस ने ज्ञानेंद्र सिंह  चौहान को उनके घर में नजरबंद कर दिया था। गिरफ्तारी के बाद करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताया ।


संभल हिंसा पर बयान से बढ़ा विवाद

ठाकुर ज्ञानेंद्र सिंह चौहान ने हाल ही में संभल में हुई हिंसा को लेकर एक विवादित बयान दिया था। उन्होंने इसे पूर्ण नियोजित साजिश करार दिया और हिंसा में शामिल आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी । इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश में ऐसी कई मस्जिदें हैं, जो कथित तौर पर मंदिरों को तोड़कर बनाई गई हैं । चौहान ने इन मस्जिदों को चिन्हित कर उनके स्थान पर पुनः मंदिर स्थापित करने की मांग की थी ।


दो दिन पहले किया था प्रदर्शन

गिरफ्तारी से पहले ठाकुर ज्ञानेंद्र सिंह चौहान ने दो दिन पहले कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया था। करणी सेना ने हिंसा के विरोध में पैदल मार्च कर आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। इस दौरान चौहान के नेतृत्व में करणी सेना ने संभल हिंसा को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की और आरोप लगाया कि प्रशासन आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं कर रहा है । पुलिस का कहना है कि ज्ञानेंद्र सिंह चौहान के संभल जाने से शांति व्यवस्था बिगड़ने की आशंका थी। अधिकारियों के अनुसार, उनकी उपस्थिति से तनाव बढ़ सकता था, इसलिए उन्हें थाने में लाया गया है । प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यह कदम कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है।


करणी सेना का विरोध प्रदर्शन

गिरफ्तारी के बाद करणी सेना के कार्यकर्ता आक्रोशित हो गए। बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने  विरोध प्रदर्शन किया और नारेबाजी की । करणी सेना के नेताओं ने इसे राजनीतिक दबाव और लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करार दिया। पुलिस ने इस मामले में कहा है कि चौहान की गिरफ्तारी पूरी तरह कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए की गई है। पुलिस का कहना है कि संभल में हालात अभी भी संवेदनशील हैं और किसी भी भड़काऊ बयान या गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


 

Also Read