सुप्रीम कोर्ट ने फैजाबाद रेप और हत्या मामले में अहम फैसला सुनाते हुए दोषी को नाबालिग करार दिया और उसकी उम्रकैद की सजा रद्द कर दी। अदालत ने आरोपी की उम्र की सही जांच के बाद उसे किशोर मानते हुए रिहाई का आदेश दिया। यह निर्णय किशोर न्याय अधिनियम के तहत लिया गया, जिससे इस मामले में एक नया मोड़ आया।