शारदीय नवरात्रि की प्रतिपदा गुरुवार को है। ऐसे में बुधवार देर शाम तक पूजा पाठ की सामग्रियों को जुटाने के लिए बाजारों में श्रद्धालुओं की भारी...
Oct 03, 2024 00:21
शारदीय नवरात्रि की प्रतिपदा गुरुवार को है। ऐसे में बुधवार देर शाम तक पूजा पाठ की सामग्रियों को जुटाने के लिए बाजारों में श्रद्धालुओं की भारी...
Ayodhya News : शारदीय नवरात्रि की प्रतिपदा गुरुवार को है। ऐसे में बुधवार देर शाम तक पूजा पाठ की सामग्रियों को जुटाने के लिए बाजारों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। मां शेरावाली की आराधना के लिए नारियल, चुनरी, कलश, फल से लेकर अन्य पूजा सामग्री लोग खरीदते नजर आए। वहीं दुर्गा पंडालों को सजाने का कार्य देर रात तक चलता रहा। सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में देर रात तक दुर्गा प्रतिमाओं को भक्त पांडाल में लाते रहे। गुरुवार को शुभ मुहूर्त में स्थापना होगी। हालाँकि इस बार फलों में सर्वाधिक महंगाई केले में दिखी। 50 रुपये दर्जन में बिकने वाला केला 80 रुपये तो 120 रुपये किलो की सेब 150 तक पहुंच गई है। नवरात्र के प्रथम दिन व्रत रखने वालों की संख्या अधिक होने से महंगे फल भी कम पड़ रहे हैं।
शारदीय नवरात्रि 2024 कलश स्थापना मुहूर्त
अयोध्या धाम के बाबा सतीश दास शास्त्री का कहना है कि 03 अक्टूबर को सुबह में कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 6:15 बजे से शुरू है, जो सुबह 7:22 बजे तक है। सुबह में घटस्थापना का शुभ समय 1 घंटा 6 मिनट है। वहीं दोपहर में कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 11:46 बजे से दोपहर 12:33 बजे तक है।
शारदीय नवरात्रि 2024 शुभ योग और नक्षत्र
शारदीय नवरात्रि के पहले दिन इन्द्र योग बन रहा है। यह 3 अक्टूबर को तड़के 3:23 बजे से शुरू होगा और यह 4 अक्टूबर को तड़के 04:24 बजे खत्म होगा। उसके बाद वैधृति योग बनेगा। नवरात्रि के प्रारंभ वाले दिन हस्त नक्षत्र प्रात:काल से लेकर दोपहर 3:32 बजे तक है। उसके बाद से चित्रा नक्षत्र है।
शारदीय नवरात्रि 2024 पहले दिन के शुभ समय
ब्रह्म मुहूर्त: 04:38 बजे से 05:27 बजे तक। अमृत काल 08:45 बजे से 10:33 बजे तक। अभिजीत मुहूर्त 11:46 बजे से दोपहर 12:33 बजे तक। विजय मुहूर्त दोपहर 02:08 बजे से 02:55 बजे तक। निशिता मुहूर्त रात 11:46 बजे से देर रात 12:34 बजे तक है।